शरजील के संपर्क वाले 10 फोन नंबर खंगाल रही पुलिस, थाने से छूटे इमाम के भाई ने छोड़ दिया गांव, पहुंचा दिल्ली
पटना : शाहीन बाग विरोध-प्रदर्शन के कथित समन्वयक और असम को लेकर भड़काऊ भाषण देने वाले जेएनयू छात्र शरजील इमाम के करीबियों पर शिकंजा कस गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ-साथ बिहार पुलिस की साइबर सेल, स्पेशल ब्रांच व सीआइडी की टीम भी जांच कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के […]
पटना : शाहीन बाग विरोध-प्रदर्शन के कथित समन्वयक और असम को लेकर भड़काऊ भाषण देने वाले जेएनयू छात्र शरजील इमाम के करीबियों पर शिकंजा कस गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ-साथ बिहार पुलिस की साइबर सेल, स्पेशल ब्रांच व सीआइडी की टीम भी जांच कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देशद्रोह के आरोपित इमाम के संपर्क में रहने वाले आठ से दस लोग चिह्नित किये गये हैं. ये वे लोग हैं जो फरार शरजील के संपर्क में रहे हैं.
चिह्नित लोगों के फोन के निकाले जा रहे सीडीआर : इन सभी के फोन के सीडीआर निकाले जा रहे हैं. फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया में जितने भी अकाउंट हैं, उन सभी को जांच में शामिल किया गया है.
पुलिस के एक अाला अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस की विशेष टीम शरजील के मोबाइल की तलाश में है. उसकी गिरफ्तारी के एक घंटा 16 मिनट बाद 04:16 बजे ट्वीट हुआ था. मोबाइल अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. गिरफ्तारी के बाद भी मोबाइल घंटों एक्टिव रहा था. उसके ट्विटर अकाउंट से दिल्ली पुलिस के समक्ष सरेंडर करने के दावे का ट्वीट भी किया गया था. पुलिस मोबाइल के हैंडलर को बेसब्री से ढूंढ रही है.
भाई थाने से छूटकर परिवार के साथ दिल्ली पहुंचा : पुलिस ने पूछताछ के बाद गुरुवार को शरजील इमाम के भाई मुजम्मिल को छोड़ दिया. थाना काको से बाहर आने के बाद वह मलिक टोला स्थित अपने घर पहुंचा. वहां कुछ देर रुका. इसके बाद परिवार के साथ दिल्ली के लिये रवाना हो गया. इस मामले के बाद गांव के लोगों ने उनसे दूरी बना रखी है.
दिल्ली पुलिस ने उगलवाये कई राज
देशद्रोह के आरोपित शरजील इमाम को दिल्ली व बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर जहानाबाद जिले के काको थानाक्षेत्र से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया था. आरोपित की प्रेमिका ने उसे बुलाया था, जैसे ही वह बताये स्थान पर पहुंचा, पुलिस ने पकड़ लिया. रातभर पटना के महिला थाना में रखा गया था. दिल्ली पुलिस बुधवार को ट्रांजिट रिमांड पर ले गयी. पूछताछ में उसने कई राज उगले हैं.
सूत्रों के अनुसार पूछताछ में यह राज उगला है कि उसकी विडियोज से कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी है, लेकिन सिर्फ एक हिस्से को वायरल किया गया है. पुलिस ने उसके भाषण वाली विडियोज को फरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. शरजील को अपनी गिरफ्तारी का मलाल नहीं है. वहीं जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार सहित उसके करीबी परिजनों का मानना है कि राजनीतिक फायदे के लिए मामले को तूल दिया गया है.