पटना : एक दिन में निकलेगा 1065 करोड़ लीटर पानी
जलजमाव से मिलेगी मुक्ति. 39 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों की मरम्मत के बाद क्षमता विस्तार पटना : जैसे-जैसे मॉनसून का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे शहर को जलजमाव से बचाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के काम में तेजी आ रही है. नगर विकास व आवास विभाग के निर्देश पर फिलहाल बिहार शहरी आधारभूत […]
जलजमाव से मिलेगी मुक्ति. 39 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों की मरम्मत के बाद क्षमता विस्तार
पटना : जैसे-जैसे मॉनसून का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे शहर को जलजमाव से बचाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के काम में तेजी आ रही है.
नगर विकास व आवास विभाग के निर्देश पर फिलहाल बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) की ओर से वर्तमान में जल निकासी के लिए जितने इन्फ्रास्ट्रक्चर बने हैं, उनको ही ठीक करने और पूरी क्षमता से काम करने योग्य बनाने की तैयारी चल रही है. बीते बुधवार को बुडको एमडी चंद्रशेखर सिंह ने जलजमाव के लिए तैयार की गयी प्लानिंग के आधार पर अधिकारियों के साथ बैठक की. अब तक की गयी तैयारियों के अनुसार शहर में स्थापित 39 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों को अगर चला दिया जाये. तो एक साथ 22 हजार 529 एचपी की क्षमता से पानी निकासी के लिए मोटर चल पड़ेंगे और एक दिन में शहर से 1065 करोड़ लीटर पानी को बाहर निकाला जा सकेगा.
सात ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों के डूबने से हुआ था जलजमाव
समीक्षा रिपोर्ट में बताया गया कि 39 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों में 11 पंपिंग स्टेशनों को मॉनसून के समय चलाने के लिए रिजर्व में रखा गया है. इसमें कुर्जी, गोसाईंटोला, न्यू राजापुर, ओल्ड राजापुर, न्यू मंदिरी, ओल्ड मंदिरी, अंटाघाट, योगीपुर एनबीसीसी, पहाड़ी ओल्ड, पहाड़ी एनबीसीसी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन है.
फिलहाल शहर में नगर निगम और बुडको की ओर से संचालित 134 पंपिंग मोटर तैयार हो गये हैं, जिनमें 109 विद्युत संचालित और 25 डीजल संचालित हैं. समीक्षा रिपोर्ट में बताया गया कि मॉनसून के समय सैदपुर, रामपुर, संदलपुर, आरएमआरआइ, आरके वेन्यू, कदम कुआं और टीवी टावर के ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों में पानी भर जाने से मोटर खराब होने के कारण जलजमाव की समस्या हुई थी. जिन्हें फिलहाल ठीक कर लिया गया है, लेकिन यहां अलग से ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन बनाने की जरूरत है.
अब भी 20 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों को फीडर की जरूरत
रिपोर्ट के अनुसार शहर के कुल 39 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों में से मात्र आठ पंपिंग स्टेशन में विद्युत सप्लाइ के लिए अलग से फीडर लग पाया है, जबकि अन्य कुल 20 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों के लिए आम फीडर से ही विद्युत की सप्लाइ हो रही है. रिपोर्ट में कहा गया कि सभी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों को विशेष फीडर की जरूरत है, तभी बारिश के समय बिजली की समस्या नहीं होगी और पानी निकासी की समस्या नहीं आयेगी. समीक्षा में बताया गया कि अजिमाबाद अंचल में छह, बांकीपुर अंचल में छह, कंकड़बाग अंचल में पांच, नूतन राजधानी अंचल में 10, पाटलिपुत्र अंचल में आठ ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों के भवनों के निर्माण के लिए निविदा जारी की गयी है. इसमें लगभग 10 करोड़ की राशि खर्च होगी.
इस पर भी करना होगा काम : रिपोर्ट में कहा गया है कि सैदपुर में पंपिंग स्टेशन से पानी निकासी की नाली मृत हो गया है. आगे पुलिसा से पानी का ओवर फ्लो होता है. ऐसे नाले को दोबारा शुरू करने और पुलिया की चौड़ाई बढ़ाने की जरूरी है. इसी प्रकार राजवंशी नगर, गर्दनीबाग, मीठापुर, आरके वैन्यू पंपिंग स्टेशन से निकलने वाले पानी का आउट फॉल नाला बंद हो गया, जिसे दोबारा ठीक करने की जरूरत है, तभी बारिश में सही तरीके से पानी निकल पायेगा.