भूल पर भूचाल : मोकामा बीडीओ ऑफिस ने लिखा ‘एनआरसी’, गरमा गयी राजनीति

लिखना चाहता था एनपीआर, हुई गलती पटना/मोकामा : मोकामा के बीडीओ के दफ्तर से निकली एक चिट्ठी शुक्रवार को दिन भर प्रदेश की सियासत को गरमाये रही. प्रखंड कार्यालय से जारी इस चिट्ठी में एक कर्मचारी ने भूलवश एनपीआर को एनआरसी लिख दिया था. इसको लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और रालोसपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2020 8:08 AM
लिखना चाहता था एनपीआर, हुई गलती
पटना/मोकामा : मोकामा के बीडीओ के दफ्तर से निकली एक चिट्ठी शुक्रवार को दिन भर प्रदेश की सियासत को गरमाये रही. प्रखंड कार्यालय से जारी इस चिट्ठी में एक कर्मचारी ने भूलवश एनपीआर को एनआरसी लिख दिया था.
इसको लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाये. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि चोरी चुपके एनआरसी लागू किया जा रहा है. दूसरी ओर भाजपा के नेताओं ने सरकार का बचाव किया. प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि यह भूलवश हुआ है.
उन्होंने तेजस्वी और उपेंद्र कुशवाहा की कार्यशैली पर सवाल भी उठाये. हालांकि, जैसे ही इस गलती पर बीडीओ कार्यालय की नजर गयी, तत्काल सुधार कर लिया गया. लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी. इस मामले में बीडीओ सतीश कुमार ने बताया कि एनआरसी लिखे पत्र में सुधार कर एनपीआर कर दिया गया है. पत्र तैयार करने वाले कर्मी संतोष कुमार को नोटिस जारी किया गया है.
दरअसल, नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) तैयार करने को लेकर दिल्ली से ट्रेनर की सूची मांगी गयी थी. इसके आलोक में प्रखंड कार्यालय से 29 जनवरी को प्रखंड शिक्षा कार्यालय एक पत्र भेजकर ट्रेनर के लिए उपलब्ध शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया था. पत्र में प्रखंड कर्मी ने भूलवश एनपीआर के बदले एनआरसी अंकित कर दिया. बीडीओ ने कहा कि टाइपिंग गलती की वजह से ऐसा कन्फ्यूजन हुआ है.
जनसंख्या निदेशालय भारत सरकार के निर्देश पर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर के लिए डाटा संग्रहण किया जाना है. इसका राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) से कोई लेना देना नहीं है. इस पत्र को तेजस्वी यादव नेट्वीट किया था. बीडीओ ने स्पष्ट किया है कि एनआरसी को लेकर कोई दिशा-निर्देश भी नहीं है.

Next Article

Exit mobile version