पटना : बिहार की राजधानी पटना में फुलवारीशरीफके नवादा गांव में सरस्वती पूजा के दौरान लड़कियों का वीडियो बनाने के बाद बढ़ा विवाद ने इतना तूल पकड़ा की दो गुटों में मारपीट हो गयी. एक ही दिन में रुक रुक कर कुछ घंटे पर तीन बार मारपीट व पथराव से अफरा-तफरी का माहौल हो गया. सुबह में एक राउंड मारपीट के बाद लोगों ने समझा बुझाकर शांत करा दिया, लेकिन दोपहर में फिर दोनों गुट आमने-सामने हो गये. इस दौरान दोनों ओर से ईंट-पत्थर चलाया गया. दोनों गुट लाठी-डंडे व हॉकी से लैस होकर एक-दूसरे पर टूट पड़े. मारपीट में दोनों तरफ से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. इसमें दोनों ओर से कई लोगों का सिर फट गया.
मारपीट व पथराव की खबर सुनकर फुलवारीशरीफ सहित आसपास के कई थानों की पुलिस पहुंची और हालात को संभाला. गांव में लोगों के साथ मिलकर पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को समझाया और थाना आकर मामला दर्ज कराने की बात कही. घायलों को पुलिस थाना लेकर आयी और फिर इलाज के लिए अस्पताल ले गयी. मौके पर पहुंची पुलिस को घायल युवक नंदकिशोर ने बताया कि वह शिक्षक हैं और पढ़ा कर आ रहे थे की हॉकी से मार कर सिर फोड़ दिया. साथ ही जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर मारपीट की. इस दौरान पुलिस ने चार लोगो को गिरफ्तार किया है.
बताया जाता है कि नवादा गांव के सबसे अंतिम टोला में मां सरस्वती पूजा के लिए लड़कियां पूजा पंडाल गयी थी. इस दौरान मनचले लड़कों ने उनकी वीडियो बनाने लगे. घटना तीस जनवरी को हुई थी. इस दिन बकझक के बाद किसी तरह मामला शांत करा दिया गया था, लेकिन प्रतिमा के विसर्जन के बाद शनिवार की सुबह छेड़खानी को लेकर दोनों गुटों के लोग आमने-सामने हो गये और मारपीट होने लगी. कई महिलाओं और बच्चों को भी चोटें लगी है. थानेदार रफिकुर रहमान ने बताया कि छेड़खानी को लेकर दो गुटों में मारपीट व पथराव की घटना हुई है. जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. पुलिस ने इस मामले में स्वयं ही केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई कर रही है. इसमें चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.