पटना : परीक्षार्थियों ने कहा-दो मिनट तो कोई भी लेट हो जाता है, प्लीज…गेट खोल दीजिए

इंटर परीक्षा . रोते रहे परीक्षार्थी, कई ने दीवार फांदने की भी कोशिश की पटना : बिहार बोर्ड की ओर से सोमवार को इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुईं. प्रथम पाली 9.30 बजे शुरू हुई. वहीं, दूसरी पाली 1:45 से शुरू हुई. परीक्षा के लिए सुबह आठ बजे से ही केंद्रों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2020 8:57 AM
इंटर परीक्षा . रोते रहे परीक्षार्थी, कई ने दीवार फांदने की भी कोशिश की
पटना : बिहार बोर्ड की ओर से सोमवार को इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुईं. प्रथम पाली 9.30 बजे शुरू हुई. वहीं, दूसरी पाली 1:45 से शुरू हुई. परीक्षा के लिए सुबह आठ बजे से ही केंद्रों पर परीक्षार्थी पहुंचने लगे. परीक्षा केंद्र में जूता-मोजा पहनकर आने वाले परीक्षार्थियों को परेशानी हुई. सेंटर में प्रवेश से पहले ही परीक्षार्थियों के जूता-मोजे बाहर ही उतरवा दिये गये. परीक्षा केंद्र पर सघन जांच के बाद अंदर प्रवेश मिला. इस दौरान प्रवेशपत्र व कलम के अलावा कुछ भी नहीं ले जाने दिया गया.
बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल का गेट ठीक 9:20 बजे बंद कर दिया गया : परीक्षा के लिए निर्धारित समय पहली पाली में 9:20 व दूसरी पाली में 1:35 से एक मिनट की देरी होने पर भी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में इंट्री नहीं मिली. शहर के 82 परीक्षा केंद्रों में से अधिकांश केंद्रों पर परीक्षार्थियों व अभिभावकों ने हंगामा किया, तो कहीं अभिभावकों ने प्रवेश के लिए गुजारिश भी की.
इंट्री नहीं मिलने पर छात्र व उनके अभिभावक मजिस्ट्रेट के सामने गिड़गिड़ाते रहे. बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल का गेट ठीक 9:20 बजे बंद कर दिया गया. गेट को बंद कर कुंडी लगायी ही थी कि दो परीक्षार्थी (12वीं फिजिक्स) भागते हुए आये और महिला पुलिस गार्ड से गेट खोलने की अपील की. लेकिन, उसने गेट नहीं खोला. परीक्षार्थियों ने ये कहते हुए अपील की कि वह काफी दूर से परीक्षा देने आयी हैं. लेकिन, गार्ड और सेंटर पर तैनात मजिस्ट्रेट टस-से-मस नहीं हुए. पांच से सात मिनट तक परीक्षार्थी व अभिभावक गिड़गिड़ाते रहे. लेकिन, कोई उपाय नहीं होता देख कई पैरेंट्स हंगामा भी करने लगे.
परीक्षार्थियों ने कहा कि दो मिनट तो कोई भी लेट हो जाता है प्लीज…गेट खोल दीजिए. लेकिन, गेट के दूसरी तरफ मौजूद महिला मजिस्ट्रेट, टीचर्स व पुलिस खड़े होकर सब देखते रहे. उन्होंने जरा भी मामले में दखल नहीं दिया. अगले कुछ ही मिनटों में दो और परीक्षार्थी और आ गये.
इनमें से दो छात्रा को इंट्री नहीं मिली, तो वह फूट-फूट कर रोने लगे. जब काफी गुजारिश के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला तो साल बर्बाद होने और भविष्य के अंधकार में जाने के डर से कुछ छात्राओं ने स्कूल के गेट व दीवार को भी फांदने की कोशिश की. लेकिन, गार्ड ने उन्हें रोक दिया.
वे गिड़गिड़ाने लगी कि साल खराब हो जायेगा. अभिभावकों से यह देखा नहीं गया और उन्होंने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. तब जाकर इन परीक्षार्थियों को सेंटर के अंदर प्रवेश दिया गया. वहीं, मिलर स्कूल में पहली पाली में नौ परीक्षार्थी लेट होने पर रोते-रोते वापस लौट गये.

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