लोजपा ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति का खुलासा किया
पटना : बिहार में इस साल के अंत में होने विधानसभा चुनाव को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने शनिवार को अपनी विस्तृत रणनीति का खुलासा किया. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद शनिवार यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगले विधानसभा चुनाव […]
पटना : बिहार में इस साल के अंत में होने विधानसभा चुनाव को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने शनिवार को अपनी विस्तृत रणनीति का खुलासा किया. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद शनिवार यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगले विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा का प्रत्याशी बनने का आधार कम से कम 25 हजार पार्टी सदस्य बनाना होगा.
चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी के टिकट के इच्छुक लोगों को अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 25 हजार पार्टी सदस्य बनाने के साथ उन्हें बूथ कमेटी का भी गठन करना होगा. चिराग ने कहा कि ‘‘बिहार फर्स्ट” के नारे के साथ आगामी 21 फरवरी से वह राज्यव्यापी यात्रा पर निकलेंगे और आगामी 14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी और उसी रैली के दौरान हम अपने घोषणापत्र जारी करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रदेश में कई कार्य हुए हैं पर हमें उतने पर ही संतोष नहीं करना है, बल्कि राज्य को हर क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाने की सोच के साथ लोजपा इस चुनाव में उतरने जा रही है.” उन्होंने कहा बिहार में ऐसे 119 विधानसभा क्षेत्र हैं जहां राजग गठबंधन में शामिल न तो जदयू और न ही भाजपा का ही वहां से कोई विधायक है और लोजपा ने ऐसी सीटों पर गठबंधन को मजबूत करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
उन्होंने मीडिया के एक वर्ग में चल रही उन अटकलों को भी स्पष्ट करने का प्रयास किया कि पार्टी विधानसभा चुनाव में लड़ने के लिए 40 से अधिक सीटों पर जोर दे सकती है. चिराग ने कहा, ‘‘गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा करने से पहले मीडिया में इसका खुलासा करना गैर जिम्मेदाराना होगा कि मेरी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.” उल्लेखनीय है कि लोजपा के विधानसभा में मात्र दो विधायक जबकि लोकसभा में छह सांसद हैं.