पटना : बिजलीकर्मियों की 11 को होगी सांकेतिक हड़ताल

पचास हजार इंजीनियर, कर्मी और पेंशनधारी की हड़ताल में होंगे शामिल पटना : बिजली के निजीकरण का आरोप सरकार पर मढ़ते हुए इसके विरोध में 11 फरवरी को कर्मियों ने सुबह छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक सांकेतिक हड़ताल पर जाने का एलान किया है. पेसा व जेसा समेत पांच संगठनों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2020 9:05 AM
पचास हजार इंजीनियर, कर्मी और पेंशनधारी की हड़ताल में होंगे शामिल
पटना : बिजली के निजीकरण का आरोप सरकार पर मढ़ते हुए इसके विरोध में 11 फरवरी को कर्मियों ने सुबह छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक सांकेतिक हड़ताल पर जाने का एलान किया है. पेसा व जेसा समेत पांच संगठनों ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उनके साथ पचास हजार इंजीनियर, कर्मी और पेंशनधारी हैं.
ये सभी 11 को सांकेतिक हड़ताल पर जायेंगे. विद्युत कर्मचारी-पदाधिकारी-अभियंता संयुक्त संघर्ष मोर्चा के केदार भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेसा, जेसा, बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाइ वर्कर्स यूनियन, बिहार स्टेट प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रिक वर्कर्स यूनियन, बिहार बिजली मजदूर यूनियन, बिहार राज्य विद्युत प्रशासनिक सेवा संघ, बिहार विद्युत तकनीकी कामगार यूनियन और बिहार प्रोग्रेसिव विद्युत श्रमिक संघ के अधिकारी शामिल थे.
सदस्यता से निलंबन : पेसा ने अपने तीन सदस्यों को संगठन के खिलाफ गतिविधियों में लिप्त पाया है. इन सभी को सात फरवरी से तत्काल प्रभाव से पेसा की सदस्यता से आजीवन बर्खास्त करने का आदेश दिया है. इनमें सीएमडी सेल में एक्सक्यूटिव इंजीनियर विनोद कुमार, सासाराम में सुपरिटेंडिंग इंजीनियर चंद्रशेखर कुमार और महाप्रबंधक पेसू दिलीप कुमार सिंह शामिल हैं.
हड़ताल में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पत्र : विद्युत कामगार पदाधिकारी अभियंता संयुक्त संघर्ष मोर्चा बिहार ने बीएसपीएचसीएल के सीएमडी को पत्र भेजकर कर्मचारी, अधिकारी और इंजीनियर से कार्यभार और विभाग द्वारा दिये गये सिम कार्ड को अन्य को देने की व्यवस्था करने के संबंध में पत्र लिखा है. तीन फरवरी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं होने पर सभी विद्युतकर्मी स्वत: विभागीय सिम कार्ड सहित कार्य से मुक्त होंगे, इसकी जवाबदेही शीर्ष प्रबंधन की होगी.

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