मेन लाइन पर 130 किमी की स्पीड से चलेगी ट्रेन, JHAJHA से DDU 387 किमी मात्र 3:50 घंटे में! …देखें वीडियो
पटना : पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) से झाझा स्टेशन डाउन लाइन पर रविवार को स्पेशल ट्रेन के ट्रायल के बाद सोमवार को अप लाइन पर 130 किमी प्रतिघंटा स्पीड का ट्रायल किया गया. लखनऊ के आरडीएसओ विशेषज्ञ टीम की ओर से कन्फर्मेट्री ऑसिलोग्राफी कार रन सफल रहा. झाझा से डीडीयू की दूरी 387 किमी […]
पटना : पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) से झाझा स्टेशन डाउन लाइन पर रविवार को स्पेशल ट्रेन के ट्रायल के बाद सोमवार को अप लाइन पर 130 किमी प्रतिघंटा स्पीड का ट्रायल किया गया. लखनऊ के आरडीएसओ विशेषज्ञ टीम की ओर से कन्फर्मेट्री ऑसिलोग्राफी कार रन सफल रहा. झाझा से डीडीयू की दूरी 387 किमी है. स्पेशल ट्रेन ने तय समय से भी 12 मिनट कम समय में यह दूरी सिर्फ 3 घंटे 50 मिनट में तय की.
तैयारी : आज झाझा से पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के लिए स्पीड ट्रायल के दौरान दानापुर स्टेशन से गुजरती स्पेशल ट्रेन।
पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा स्टेशन की दिशा में 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से सफल ट्रायल 09.02.2020 को किया जा चुका है। pic.twitter.com/xyHNNoTVmo— East Central Railway (@ECRlyHJP) February 10, 2020
मालूम हो कि रविवार को डाउन लाइन पर स्पीड ट्रायल में स्पेशल ट्रेन को 4:02 घंटे लगे थे. स्पेशल ट्रेन झाझा से सुबह 9:30 बजे खुली और मोकामा 10:26 बजे, बख्तियारपुर 10:52 बजे, पटना 11:23 बजे, आरा 11:55 बजे, बक्सर 12:32 बजे थ्रू पास करते हुए दिन के 1:23 बजे डीडीयू पहुंच गयी. वहीं, इस विशेष ट्रेन को परिचालन के दौरान पुनारख स्टेशन के समीप तकनीकी कारणों की वजह से तीन मिनट यानी 10:32 से 10:35 तक रुकना पड़ा.
औसत गति रही 111 किमी प्रति घंटा
इस दौरान औसतन गति करीब 111 किमी प्रति घंटे और दो स्टेशनों के बीच रेलखंड पर अधिकतम 130 किमी प्रतिघंटे की स्पीड रिकॉर्ड की गयी. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि स्पेशल ट्रेन में 24 अलग-अलग तरह के फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी, थर्ड एसी, स्लीपर व जनरल डिब्बे थे. इन डिब्बों की प्रत्येक सीट पर एक आदमी के औसतन वजन के बराबर 65-70 किलोग्राम वजन का बालू की बोरियां रखी गयी थीं, ताकि पटरी व चक्कों के मध्य का घर्षण, अधिकतम स्पीड के समय डब्बों की स्थिरता, घुमावदार स्थानों पर डब्बों का झुकाव आदि बिंदुओं का आकलन किया जा सके.