आरक्षण को लेकर राजनीति तेज
पटना : आरक्षण मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने असहमति जताते हुए कहा कि एससी, एसटी व ओबीसी आरक्षण पर केंद्र सरकार की नीयत ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि संविधान के मौलिक अधिकार के तहत आरक्षण का प्रावधान किया गया है. केंद्र व उत्तराखंड की सरकार ने एक साजिश के तहत नौकरियों और पदोन्नति में आरक्षण को समाप्त करने की पहल की है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आरक्षण के प्रावधान को राज्य सरकारों के ऊपर छोड़ दिया गया है. कोई सरकार चाहे तो इसे लागू कर सकती है और कोई सरकार सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर इसे नजरअंदाज कर सकती है.
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने बुधवार को सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि दशकों से भाजपा और संघ परिवार दलित-आदिवासी व पिछड़ों का विरोधी रहा है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नकली ओबीसी हैं. गुजरात में अधिक पैसेवालों को मोढ़ की उपाधि दी जाती है.
उसमें हर जाति के लोग शामिल हैं. वास्तविक रूप से मोदी सामान्य वर्ग से आते हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान के साथ कांग्रेस असहमति व्यक्त करती है. इस मामले में भाजपा , मोदी सरकार और उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने मिल कर देश के संविधान तथा एससी, एसटी व ओबीसी के आरक्षण के मौलिक अधिकार का शरारतपूर्ण तरीके से हमला किया है. .
महागठबंधन में कोई बड़ा और छोटा भाई नहीं : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि महागठबंधन में कोई बड़ा और कोई छोटा भाई नहीं हैं.
महागठबंधन में तेजस्वी व मांझी सहित सभी चेहरों की स्वीकार्यता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डाॅ अशोक कुमार, प्रेमचंद्र मिश्र, पूनम पासवान, राजेश कुमार, राजेश राठौर, ब्रजेश पांडेय आदि मौजूद थे. यह पूछे जाने पर कि क्या प्रशांत किशोर ने कांग्रेस से संपर्क किया है. गोहिल ने कहा कि इसकी उनको कोई जानकारी नहीं है. इधर ,शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का अंतरिम प्रभारी नियुक्त किया गया है.