पुलवामा हमला: बिहार के शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि
पटना: पुलवामा हमले में बिहार के दो जवान शहीद हुये थे. जिसमें भागलपुर के रतन कुमार ठाकुर और तारेगना के संजय कुमार सिन्हा शामिल थे. शहीद रतन कुमार ठाकुर भागलपुर जिले के सन्हौल प्रखंड के रतननगर के रहने वाले थे. भागलपुर के लोगों ने शुक्रवार को रतन कुमार ठाकुर को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजिल […]
पटना: पुलवामा हमले में बिहार के दो जवान शहीद हुये थे. जिसमें भागलपुर के रतन कुमार ठाकुर और तारेगना के संजय कुमार सिन्हा शामिल थे. शहीद रतन कुमार ठाकुर भागलपुर जिले के सन्हौल प्रखंड के रतननगर के रहने वाले थे. भागलपुर के लोगों ने शुक्रवार को रतन कुमार ठाकुर को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजिल दी.
शुक्रवार की शाम को कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें गांव के आसपास के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. इधर, तारेगना में संजय कुमार सिन्हा की तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर ग्रामवासियों ने नमन किया. शहीदों की बरसी पर आज जिले में कई जगह कार्यक्रम आयोजित कर लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. बता दें कि 14 फरवरी को हुए सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले का आज एक वर्ष पूरे हो गये. इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे. जिसमें भागलपुर जिले के सन्हौल प्रखंड अंतर्गत रतनगंज के रहने वाले रतन ठाकुर भी शामिल थे, शहीद के परिवार और गांव के लोगों का कहना है कि घोषणा के साल भर आज हो गया, लेकिन अब तक शहीद स्मारक नहीं बन पाया.
परिवार के लोगों के अनुसार शहीद होने के बाद राज्य सरकार और सीआरपीएफ ने जो वादे किए थे वे पूरे हो गए. उन्हें आर्थिक सहायता भी मिल गयी है. शहीद के पिता ने बरसी पर रो पड़े, उन्होंने कहा कि बहुत जतन से रतन को पाला था. मजदूरी की, जूस बेचा…कपड़े की फेरी की. उसे पढ़ाया-लिखाया, तब जाकर 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ, पहली पोस्टिंग गढ़वा में हुई. धीरे-धीरे दुख कम होने लगा. एक ही होनहार सपूत था मेरा, वह भी भारत माता की रक्षा में शहीद हो गया. आतंकियों को भगवान कभी माफ नहीं करेंगे… यह कहते हुए कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद रतन ठाकुर के पिता राम निरंजन ठाकुर फफक पड़े.