राजनीति में धंधा चलाने के लिये प्रशांत किशोर ने सीखा नया गुर : संजय जायसवाल

पटना : बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जेडीयू से निष्कासित प्रशांत किशोर पर हमले तेज कर दिये हैं. अब, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि अब जनता जागरूक है और राजनीति को धंधा बनाने वालों के मंसूबे सफल नहीं होंगे. फेसबुक के जरिये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2020 7:23 PM

पटना : बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जेडीयू से निष्कासित प्रशांत किशोर पर हमले तेज कर दिये हैं. अब, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि अब जनता जागरूक है और राजनीति को धंधा बनाने वालों के मंसूबे सफल नहीं होंगे. फेसबुक के जरिये प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए संजय जायसवाल ने एक विश्व प्रसिद्ध कंपनी के ‘स्पीकर’ का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया में इस ‘भोंपू’ को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. कभी-कभी स्पीकर को सुरीली आवाज का कारण खुद को मान बैठने की गलतफहमी हो जाती है. जायसवाल ने आगे कहा कि ‘स्पीकर भूल जाता है दूसरे भोंपुओं के मुकाबले उस पर 10 गुना ज्यादा खर्च हुआ है. वह समझने लगता है कि जो भी अच्छी आवाज निकल रही हैं उसका कारण गाने वाला नहीं बल्कि वह स्वयं है.’

‘धंधा चलाने के लिये सीखा नया गुर’
प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि धंधा अच्छे से चलता रहे उसके लिए उन्होंने अब नया गुर सीख लिया है. जिस राज्य में जो भी जीतने वाला दल होता है उसको अपनी मुफ्त सेवा देना और बाद में अपनी पुरानी फोटो लगाकर अपने को सफल व्यवसायी बताना बहुत ही पुराना घटिया तरीका है. जिसने बीजेपी के साथ धंधा करके राजनीति में अपनी पहचान बनाई वही शख्स आज 1990 के ‘आरजेडी शासनकाल’ का फार्मूला आजमा रहे हैं. उस समय सभी चोर-डकैतों को लगता था कि हम किसी नेता के लिए बूथ क्यों लूटें? उससे अच्छा है कि खुद ही नेता बन जाएं और कुछ समय के लिए उन्हें सफलता भी मिली. आज जनता बहुत जागरूक हो चुकी है और अभी राजनीति में पैसे के बल पर कोई राजनीति का धंधेबाज अगर जीतने की सोच रहा है तो आज केवल पैसे वाले ही जनप्रतिनिधि होते.’
राजनीति में धंधेबाज कर रहा ‘राजनीति’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर के बयानों को लेकर भी कई पलटवार किये हैं. संजय जायसवाल ने कहा है कि जीवन में मैंने बहुतों को देखा है जो राजनीति में आये और राजनीति को ही अपना धंधा बना लिया. यह देखना काफी दिलचस्प है कि एक राजनीति का धंधेबाज अब राजनीति करने में जुटा हुआ है. बताते चलें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी मंगलवार को प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला किया था. सुशील कुमार मोदी ने सवाल किया था कि जो व्यक्ति 2014 में नरेंद्र मोदी की जीत के लिए काम करने का डंका पीट चुका हो, उसे बताना चाहिए तब मोदी और बीजेपी उसे गोडसेवादी क्यों नहीं लगे थे? कुल मिलाकर यह है कि बिहार में इस साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर हमले को तेज कर दिया है.

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