एम्स के सामने सर्विस रोड पर अब नहीं चलेंगे बालू लदे ट्रक

पटना : एम्स के सामने पटना मुख्य नहर के दायें तटबंध के सर्विस रोड पर विक्रम की तरफ आने-जाने वाले बालू लदे ट्रकों का आवागमन बंद होगा. जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि पटना मुख्य नहर के दायें तटबंध के सर्विस रोड पर बालू लदे भारी वाहनों के आवागमन से वहां क्षति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2020 7:34 AM

पटना : एम्स के सामने पटना मुख्य नहर के दायें तटबंध के सर्विस रोड पर विक्रम की तरफ आने-जाने वाले बालू लदे ट्रकों का आवागमन बंद होगा. जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि पटना मुख्य नहर के दायें तटबंध के सर्विस रोड पर बालू लदे भारी वाहनों के आवागमन से वहां क्षति हो रही है.

उन्होंने इस पूरे भाग में बैरिकेडिंग लगवा कर भारी वाहनों के आवागमन बंद करने की त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया. इस संबंध में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार और गुरुवार को सिंचाई भवन के सभागार में परियोजनाओं की समीक्षा की.

इस दौरान उन्होंने मुख्यालय के मॉनीटरिंग कार्यपालक अभियंताओं को हर सप्ताह परियोजना स्थलों की स्थल मॉनीटरिंग कर इनमें हो रही कठिनाइयों का निवारण करने समेत अन्य निर्देश दिये. साथ ही उन्होंने विभाग के उड़नदस्ता दल द्वारा हर 15 दिनों में स्थल निरीक्षण कर योजनाओं से जुड़े मुद्दों का समय पर निवारण करने के लिए कहा.

इन परियोजनाओं की हुई समीक्षा

जिन प्रमुख परियोजनाओं की गुरुवार को समीक्षा हुई, उनमें दुर्गावती जलाशय परियोजना, उत्तर कोयल नहर परियोजना, कुंड घाट जलाशय परियोजना, मुहाने नदी मध्यम सिंचाई परियोजना, मंदाई वीयर परियोजना, ढाढर डाइवर्जन परियोजना आदि शामिल हैं.

वहीं, बुधवार को पश्चिमी कोसी नहर परियोजना, धौस नदी पर बलवा बराज निर्माण परियोजना, पश्चिमी गंडक नहर प्रणाली, कोसी नदी के बायें व दायें तटबंध पर सड़क निर्माण परियोजना, महानंदा बाढ़ प्रबंधन परियोजना, मोकामा ताल में बाढ़ नियंत्रण कार्य की समीक्षा की गयी. समीक्षा बैठक में विभाग के सचिव संजीव हंस समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

लछुआर जैन मंदिर का बनेगा वैकल्पिक रास्ता

समीक्षा के दौरान मंत्री संजय कुमार झा ने कुंड घाट जलाशय योजना के काम से लछुअार जैन मंदिर का रास्ता बाधित होने की आशंका जतायी. इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को मुख्यमंत्री के निर्देश की याद दिलायी. साथ ही अधिकारियों को पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के साथ मिलकर जैन श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक रास्ता जल्द बनाने का निर्देश दिया.

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