कोरोना : 1 मार्च से 10% तक बढ़ेंगे एलइडी बल्ब के दाम
पटना : एक मार्च से एलइडी बल्ब व लाइट्स खरीदने वाले लोगों को वर्तमान कीमत से 10 फीसदी तक अधिक भुगतान करना होगा. कोराेना वायरस के कारण ऐसा हो रहा है. वहीं, कुछ एलइडी बल्ब और लाइट्स कंपनियों ने दो दिन पहले ही दाम बढ़ा दिये हैं. देश-विदेश की प्रमुख कंपनियों ने अपने डीलरों को […]
पटना : एक मार्च से एलइडी बल्ब व लाइट्स खरीदने वाले लोगों को वर्तमान कीमत से 10 फीसदी तक अधिक भुगतान करना होगा. कोराेना वायरस के कारण ऐसा हो रहा है. वहीं, कुछ एलइडी बल्ब और लाइट्स कंपनियों ने दो दिन पहले ही दाम बढ़ा दिये हैं. देश-विदेश की प्रमुख कंपनियों ने अपने डीलरों को इ-मेल के जरिये अगले माह से दाम बढ़ाने की सूचना भेजी है. इस बीच दाम बढ़ने की जानकारी मिलते ही डीलर और दुकानदार पुराने दाम के बदले नये दाम वसूलने लगे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार बिहार में एलइडी बल्ब व लाइट्स का कारोबार लगभग तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक का है. पटना में अकेले 75% कारोबार होता है. इस वक्त बिहार के बाजार में 50 से अधिक कंपनियों के एलइडी बल्ब व लाइट्स उपलब्ध हैं.
मांग के अनुसार नहीं हो पा रही आपूर्ति : कारोबारियों की मानें, तो कोरोना वायरस के कारण देश में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की आपूर्ति घट जाने से मार्च से कीमत बढ़ रही है. चीन में शटडाउन के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की तरह घरेलू लाइटिंग उद्योग भी प्रभावित हुआ है. वहीं, बिहार इलेक्ट्रिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप सर्राफ ने कहा कि कनेक्टेड लाइटिंग सॉल्यूशन और प्रोफेशनल लाइटिंग सेगमेंट पर कोरोना वायरस का अधिक प्रभाव पड़ेगा. इन सेगमेंट्स में आयातित कंपोनेंट्स का उपयोग होता है. वायरस के कारण कई इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की कमी होने लगी है. मांग के बराबर आपूर्ति नहीं हो रही है.
50% कंपोनेंट आते हैं चीन से
जीत इलेक्ट्रिक के आरएस जीत ने बताया कि देश में एलइडी बल्ब बनाने के लिए 50 फीसदी कंपोनेंट की आपूर्ति स्थानीय स्रोतों से होती है. ये कंपानेंट मोटे तौर पर मैकेनिकल प्रकृति के होते हैं. वहीं, 50 फीसदी कंपोनेंट चीन से मंगाये जाते हैं. इन्हें इलेक्ट्रॉनिक ड्राइवर कहा जाता है. इनमें चिप भी शामिल हैं. इसलिए मार्च से कीमत बढ़ाने का निर्णय कंपनियों ने ले लिया है. यह इजाफा सात से 10 फीसदी तक होगा.