पटना : अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठे शिक्षक
कार्रवाई से है नाराजगी, शिक्षा कार्यालयों के सामने दिया धरना बर्खास्तगी और कार्रवाई से शिक्षक डरने वाले नहीं : ब्रजनंदन शर्मा पटना : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी पूरे राज्य में जारी रही. गुरुवार को विभिन्न जिलों में शिक्षा कार्यालयों पर शिक्षकों ने धरना दिया और सरकार के […]
कार्रवाई से है नाराजगी, शिक्षा कार्यालयों के सामने दिया धरना
बर्खास्तगी और कार्रवाई से शिक्षक डरने वाले नहीं : ब्रजनंदन शर्मा
पटना : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी पूरे राज्य में जारी रही. गुरुवार को विभिन्न जिलों में शिक्षा कार्यालयों पर शिक्षकों ने धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. पटना में 12 बजे से ही सभी शिक्षक जिला शिक्षा कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये.
इस दौरान लोग जिला शिक्षा पदाधिकारी व सरकार के खिलाफ नारे लगाते रहे. पटना जिले के दो शिक्षक मनोज कुमार व मोहम्मद मुस्तफा आजाद की बर्खास्तगी और चार अन्य शिक्षकों प्रेमचंद, वीरेंद्र कुमार यादव, आनंद मिश्रा व रामा शंकर से स्पष्टीकरण पूछे जाने के विरोध में शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी पटना के कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू कर दिया है. शुक्रवार को भी यह धरना जारी रहेगा.
शिक्षकों के आक्रोश को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार शाम 5:30 बजे तक कार्यालय नहीं आ पाये. ऑफिस में केवल डीपीओ और कुछ कर्मचारी ही पहुंच सकें.
76 हजार विद्यालयों में लटके हैं ताले : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कहा कि राज्य के सभी 76 हजार विद्यालयों में ताले लटके हुए हैं. पठन-पाठन ठप है. सरकार शिक्षकों से कोई वार्ता न करते हुए दमन कर आंदोलन को दबाना चाहती है. लेकिन, राज्य के शिक्षक सरकार के आदेश से डरने वाले नहीं हैं.
अध्यक्ष मंडल के सदस्य प्रदीप कुमार पप्पू, मार्कंडेय पाठक, आनंद कौशल सिंह, पूरन कुमार, बंशीधर ब्रजवासी, शिवेंद्र पाठक, कृतंज्य चौधरी, प्रदीप राय, मनोज कुमार ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि यदि हड़ताली शिक्षकों पर इसी प्रकार की कार्रवाई की जाती रही तो आंदोलन और तेज होगा.
टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने जलायीं प्रतियां : टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा कार्यालय के पास मार्च किया. इसके बाद सरकारी आदेश की प्रतियां जलायी गयीं. संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठन ने कहा कि निलंबन और बर्खास्तगी के फरमानों को शिक्षकों ने खारिज कर दिया है. मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.