पटना : Tejashwi Berojgari Hatao Yatra Dispute – बिहार में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की ‘बेरोगजारी हटाओ यात्रा’ पर सियासी पारा चढ़ गया है. शनिवार को बिहार के तीन-तीन मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. जनता दल यूनाईटेड के दफ्तर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीरज कुमार के साथ दो मंत्री शैलेश कुमार और महेश्वर हजारी भी मौजूद थे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री नीरज कुमार ने सवाल किया कि तेजस्वी यादव जिस बस से यात्रा निकालने वाले हैं, वो किसका है? बस खरीद किसके पैसे से हुआ है? तेजस्वी यादव बिना जवाब दिये नहीं बच सकते हैं. नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाये 168 घंटे हो गये, लेकिन वो जवाब नहीं दे रहे हैं. मंत्री ने एकबार फिर आरोप लगाया कि लग्जरी बस खरीदने में जालसाजी की गयी है.
बस की खरीद में आर्थिक जालसाजी
मंत्री नीरज कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तेजस्वी की यात्रा के लिए मंगल पाल के नाम पर बस खरीदी गयी. आरजेडी के लोग कह रहे हैं कि वो ठेकेदार है. हकीकत यह है कि मंगल साक्षर नहीं है. तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि उसके 2018-19 में भरा गया आयकर रिटर्न कितने का था. एक व्यक्ति जो बीपीएल श्रेणी में है, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत अनाज ले रहा है, उसे आर्थिक जालसाजी का शिकार बनाया गया और एक साल में पांच लाख का टर्नओवर दिखाया गया. आरजेडी ने अति पिछड़े समुदाय के अशिक्षित व्यक्ति को आर्थिक रूप से बंधक बनाया है. नीरज ने पूछा तेजस्वी बताएं कि बस खरीद मामले का मास्टरमाइंड कौन है? 33 लाख से अधिक कीमत की बस खरीदी गयी. रथ का रूप देने में बस की कीमत एक करोड़ तक पहुंच गयी.
बिहार की जनता को जालसाजी का पता
जेडीयू ने कहा है कि तेजस्वी और राजद के नेताओं पर मुकदमा दर्ज हो सकता है. बिहार और देश की जनता आर्थिक जालसाजी पर मुकदमा दर्ज करा सकती है. तेजस्वी यादव को बताना होगा कि यह पैसा किसका है. बता दें तेजस्वी यादव की ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ को लेकर मंगल पाल के नाम से बस खरीदी गयी है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव युवा क्रांति रथ (हाईटेक बस) पर सवार होकर 23 फरवरी से ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ शुरू करेंगे. मंत्री नीरज का आरोप है कि यात्रा के लिए जिस बस को रथ में तब्दील कराया गया है, उसे बीपीएल व्यक्ति ने खरीदा है. मामले में 15 फरवरी को मंगल पाल ने कहा था कि पहले उसका नाम बीपीएल में था. अब, वो अनिरुद्ध यादव के साथ बिजनेस पार्टनर के रूप में काम करते हैं. बस को उनके पार्टनर अनिरुद्ध यादव ने खरीदा है.