फर्जी डीटीओ बन चालकों को लूटनेवाले 10 लुटेरे गिरफ्तार

पटना: हाइवे पर फर्जी डीटीओ बन कर चेकिंग करने के बहाने गाड़ियों को रोकने व फिर माल लदे ट्रक को लेकर भागनेवाले अंतरराज्यीय गिरोह के 10 सदस्यों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह गिरोह ट्रक लेकर भागने से पूर्व चालक व खलासी को नशीला इंजेक्शन लगा देते थे और फिर किसी सुनसान जगह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2014 8:50 AM

पटना: हाइवे पर फर्जी डीटीओ बन कर चेकिंग करने के बहाने गाड़ियों को रोकने व फिर माल लदे ट्रक को लेकर भागनेवाले अंतरराज्यीय गिरोह के 10 सदस्यों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

यह गिरोह ट्रक लेकर भागने से पूर्व चालक व खलासी को नशीला इंजेक्शन लगा देते थे और फिर किसी सुनसान जगह पर उतार कर फरार हो जाते थे. इन लुटेरों को उस समय पकड़ा गया, जब वे लोग गौरीचक थाने के अबगिल्ला गांव के मोड़ स्थित सपहुआं पुल पर एकत्र होकर ट्रक लूट के फिराक में थे. इन लोगों के पास से एक बोलेरो, तीन देसी पिस्टल, छह कारतूस, दो नशीला इंजेक्शन, चार डिस्पोजल सीरिंज व सात मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. ये सभी गुजरात के व्यवसायी सोहेल हिंगोरा अपहरण कांड के मास्टरमाइंड चंदन सोनार व दिलीप सिंह (महनार, वैशाली) गिरोह के सदस्य हैं. हालांकि हिंगोरा अपहरण कांड के प्रकाश में आने के बाद से ही दोनों बिहार से बाहर भाग गये थे. लेकिन, इस गिरोह को फिलहाल हाजीपुर कारा में बंद वीरेंद्र पासवान (हाजीपुर) द्वारा संचालित किया जा रहा है. इस गिरोह द्वारा बिहार के पटना, नालंदा, नवादा, बेगूसराय समेत झारखंड के भी कई जिलों में चालक व खलासी को अगवा कर ट्रक लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है.

इस तरह हुई गिरफ्तारी
एसएसपी मनु महाराज को गुप्त सूचना मिली कि बोलेरो पर सवार कुछ अपराधी अबगिल्ला मोड़ के समीप किसी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं. इस सूचना पर सिटी एसपी आशीष भारती के नेतृत्व में सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद की टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी और मौके पर ही हथियार व कारतूस के साथ दस अपराधियों को पकड़ लिया. ये अपराधी किसी भी ट्रक को लूटने के बाद झारखंड स्थित कोडरमा के अपराधी पप्पू यादव के हवाले कर देते थे. पप्पू यादव उस ट्रक व उसमें लदे माल की बिक्री करने के बाद मिले पैसे को हाजीपुर कारा में बंद अपराधी वीरेंद्र पासवान के एकाउंट में डाल देता था. वीरेंद्र पासवान के माध्यम से गिरोह के अन्य सदस्यों तक पैसे पहुंच जाते थे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह में और भी अपराधी शामिल हैं. पूछताछ के लिए हाजीपुर कारा में बंद वीरेंद्र पासवान को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.

2007 में पकड़ा गया था वीरेंद्र
हाजीपुर जेल में बंद वीरेंद्र पासवान भी शातिर अपराधी है और चंदन सोनार व दिलीप सिंह का दायां हाथ है. उसने बिहार व झारखंड में अपहरण व लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. वर्ष 2007 के अगस्त में कंकड़बाग थाने के चांगर इलाके में जमशेदपुर व पटना पुलिस के साथ दिलीप सिंह गिरोह की मुठभेड़ हुई थी. इसमें एक अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मार गिराया था. चार पकड़े गये थे. उनमें वीरेंद्र पासवान (राजापाकर, वैशाली) भी शामिल था. इन अपराधियों ने जमशेदपुर के व्यवसायी विश्वनाथ गर्ग व उनके चालक सुनील राय को उनके सोनारी स्थित आवास के निकट अगवा कर लिया था. अपहरण के बाद उक्त व्यवसायी को चांगर स्थित एक मकान में रखा गया था. उस समय कंकड़बाग के थानाध्यक्ष रमाकांत प्रसाद थे. पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के साथ ही व्यवसायी को सकुशल रिहा करा लिया था. हालांकि उस समय भी सरगना दिलीप सिंह पकड़ में नहीं आ सका था.

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