राजधानी, संपूर्णक्रांति समेत 14 ट्रेनों आई 6 घंटे तक लेट, यात्री परेशान

कोहरे की मार के चलते शुक्रवार को भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. कम दृश्यता के चलते ट्रेनों की रफ्तार थम गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2025 12:11 AM

संवाददाता, पटना कोहरे की मार के चलते शुक्रवार को भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई. कम दृश्यता के चलते ट्रेनों की रफ्तार थम गयी. लंबी दूरी से पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्र नगर टर्मिनल व पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन आने वाली ट्रेनें तीन से छह घंटे तक देरी से आयी. 12310 तेजस राजधानी एक्सप्रेस 4 घंटे 27 मिनट देरी से पटना जंक्शन पहुंची. इसी तरह 12368 विक्रमशिला एक्सप्रेस 6 घंटे 23 मिनट, 12394 संपूर्णक्रांति 3 घंटे 25 मिनट, 15657 ब्रम्हपुत्रा मेल 1 घंटे 20 मिनट, 20802 मगध एक्सप्रेस 1 घंटे, 15734 फरक्का एक्सप्रेस 1 घंटे 10 मिनट, 19313 इंदौर पटना 1 घंटे 20 मिनट समेत 14 से अधिक ट्रेनें घंटों देरी से पटना जंक्शन पहुंची. ट्रेन लेट होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा चार डिग्री और गिरा दिन का तापमान, दो दिनों के बाद हो सकता है कोल्ड डे सर्दी अभी और सतायेगी. दो दिनों के बाद राजधानी व आसपास के न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना है. इससे दिन में भी शीत दिवस की स्थिति हो सकती है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरी पाकिस्तान में समुद्र से 3.1 ऊपर पश्चिमी विक्षोभ विकसित हो रहा है. आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिलेगा. इधर, गुरुवार को भी शहर में धूप नहीं निकली, जिसके कारण अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की कमी आयी. अधिकतम पारा 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस का अंतर होने के कारण पूरे दिन लोगों को सर्दी का एहसास होते रहा. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जनवरी में ठंड का दौर जारी रहने के पीछे की वजह पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता है. 18 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसके ठीक चार दिन बाद 22 मार्च को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है. इस तरह बिहार सहित समूचे उत्तरी भारत की ठंड की वजह माने जाने वाले पश्चिमी विक्षोभ ने इस बार ठंड को बरकरार रखा है. मौसम के संतुलन के लिए यह स्थिति अच्छी बतायी जा रही है. पटना और गया सहित दक्षिण बिहार में उच्चतम तापमान में कुछ इजाफा हुआ है. दरअसल इस इलाके में दिन भर रह रह कर धूप निकलती रही. तापमान में इसी तरह का अंतर पश्चिमी बिहार में देखा गया. जीरादेई में राज्य का सबसे अधिक 22.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. हालांकि पूर्वी और उत्तरी बिहार में कई जगहों पर पारे में गिरावट देखी गयी. उदाहरण के लिए पूर्णिया में बुधवार की तुलना में गुरुवार को उच्चतम तापमान में करीब चार डिग्री और सुपौल में पांच डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गयी. तुलनात्मक रूप में मुजफ्फरपुर के दिन के तापमान में आंशिक गिरावट देखी गयी. बांका में राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

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