पटना: रेल दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज अब कम समय में संभव हो सकेगा. रेलवे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रेल एंबुलेंस ट्रैक पर उतारेगी. इससे काफी कम समय में ही डॉक्टर संबंधित जगह पर जाकर इलाज के साथ ही छोटे-मोटे ऑपरेशन भी कर सकेंगे. इसके लिए रेलवे सेल्फ प्रोपल्ड एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन के नाम से मेडिकल यान तैयार कर रहा है. सब कुछ सफल रहा, तो इसे 15 सितंबर के बाद चालू कर दिया जायेगा.
डबल इंजन से होगा काम : इस ट्रेन में दोनों ओर से चलनेवाला इंजन लगेगा. हादसे की सूचना मिलते ही रेल एंबुलेंस को 20 मिनट के अंदर ही घटनास्थल की ओर रवाना किया जायेगा. खास बात तो यह है कि इस एंबुलेंस में मिनी अस्पताल जैसी सुविधा मिलेगी. इस एंबुलेंस में चार रोगियों को भरती करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी. वहीं जरूरत पड़ने पर घायल यात्रियों को मौके पर ही सजर्री भी की जा सकती है. इससे यात्रियों को जहां अस्पताल के इंतजार से छुटकारा मिलेगा, वहीं घायल यात्रियों को अधिक परेशान भी नहीं होना पड़ेगा.
सभी मंडलों को मिलेगी एक-एक रिलीफ ट्रेन : रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इस तरह की योजना बन रही है. सेल्फ प्रोपल्ड एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन दानापुर मंडल सहित पूर्व मध्य रेल के सभी मंडलों को दिया जायेगा. सभी डिविजनों में एक-एक एंबुलेंस ट्रेन रहेगी. ट्रेन किस तरह से काम कर रही है, इसके लिए कमिश्नर रेल सेफ्टी यानी सीआरएस इसका निरीक्षण करेंगे. उसके बाद दुर्घटना के समय मेडिकल रेल एंबुलेंस से घायल यात्रियों को शीघ्र इलाज मुहैया कराया जायेगा. यह ट्रेन सभी डिविजनों के यार्ड में खड़ी रहेगी. कंट्रोल रूम में ट्रेन के हादसे का सायरन बजते ही यार्ड में खड़ी मेडिकल यान को तुरंत रवाना कर दिया जायेगा.