बच्चों के बनाये चित्र देख बड़े मंत्रमुग्ध

पटना: गंगा आरती, पटना सिटी की सड़कें, गुरुद्वारा, गांधी मैदान, गायघाट, कुम्हरार पार्क जैसे कई चित्रों की प्रदर्शनी किलकारी के बच्चों द्वारा भारतीय नृत्य कला मंदिर में लगायी गयी है. स्यनोटायन प्रिंट्स जो कि फोटोग्राफी की सबसे पुरानी तकनीकों में से सबसे पुरानी है, का इस्तेमाल किलकारी द्वारा किया गया है. उद्घाटन प्रवीण किशोर ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

पटना: गंगा आरती, पटना सिटी की सड़कें, गुरुद्वारा, गांधी मैदान, गायघाट, कुम्हरार पार्क जैसे कई चित्रों की प्रदर्शनी किलकारी के बच्चों द्वारा भारतीय नृत्य कला मंदिर में लगायी गयी है. स्यनोटायन प्रिंट्स जो कि फोटोग्राफी की सबसे पुरानी तकनीकों में से सबसे पुरानी है, का इस्तेमाल किलकारी द्वारा किया गया है. उद्घाटन प्रवीण किशोर ने किया.

स्यनोटायन प्रिंट्स तकनीक काफी सस्ती और सरल है. इसमें एक प्रकार के रसायन का प्रयोग होता है. इस रसायनिक पदार्थ को कागज पर लगाते हैं और फिर सूर्य की किरणों के नीचे रख देते हैं. जो हिस्सा ढंका रहता है, वह नीले रंग का हो जाता हैं. जो हिस्सा ढका नहीं होता है, वह उजला हो जाता है.

बच्चों ने इस तकनीक का प्रयोग कर के काफी अच्छी तसवीरें बनायीं. बच्चों ने सीएम हाउस, मनेर का किला, बुद्ध स्मृति पार्क के चित्रों को बहुत ही अच्छे तरीके से उभारा. चित्रों को अलावा बच्चों द्वारा कई तरह के कैमरे भी प्रस्तुत किये गये. कैमरे प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण थे. उस कैमरे की खासियतयह थी कि उसमें प्रवेश करके प्रकाश से तस्वीर कैसे बनती है, वह आप देख सकते हैं. मुख्य अतिथि ने कहा कि बच्चों में यह हुनर देख कर उन्हें काफी प्रसन्नता हो रही है.

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