जदयू के प्रभाव क्षेत्र पर भाजपा की नजर
पटना: प्रदेश भाजपा में आडवाणी से ज्यादा नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं. पार्टी कार्यकर्ता खुल कर तो नहीं बोल रहे, लेकिन दबी जुबान से मोदी को ही आगे करने के पक्ष में हैं. इधर, जदयू से गंठबंधन टूटने की संभावनाओं के बीच भाजपा 29 जून से एक जुलाई तक जदयू के 141 विधानसभा क्षेत्रों में […]
पटना: प्रदेश भाजपा में आडवाणी से ज्यादा नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं. पार्टी कार्यकर्ता खुल कर तो नहीं बोल रहे, लेकिन दबी जुबान से मोदी को ही आगे करने के पक्ष में हैं. इधर, जदयू से गंठबंधन टूटने की संभावनाओं के बीच भाजपा 29 जून से एक जुलाई तक जदयू के 141 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन करने जा रही है. बुधवार को पार्टी पदाधिकारियों की पटना में बैठक भी होगी. इसमें सभी जिलों के पदाधिकारी जुटेंगे.
आडवाणी के भी कई समर्थक
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की गिनती आडवाणी समर्थकों में होती है, लेकिन गोवा बैठक में उनकी नजदीकियांनरेंद्र मोदी से बढ़ने की खबर है. राज्यसभा में उपनेता रविशंकर प्रसाद व सैयद शाहनवाज हुसैन भी आडवाणी के प्रिय रहे हैं. सिने स्टार व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा तो रथ यात्र के वक्त से ही आडवाणी के साथ हैं. वे गोवा की बैठक में भी नहीं गये थे. आडवाणी के इस्तीफे के बाद तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनके बिना भाजपा की कल्पना भी नहीं की जा सकती. एनडीए के संयोजक व पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव भी आडवाणी के गुड-बुक में हैं. कीर्ति झा आजाद का आडवाणी के साथ पारिवारिक रिश्ता रहा है.
उधर, पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद राधामोहन सिंह, सीपी ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री चंद्रमोहन राय, विधायक रामेश्वर चौरसिया, अमरेंद्र प्रताप सिंह, विधान परिषद के पूर्व सभापति पं. ताराकांत झा व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह मोदी समर्थक माने जाते हैं.