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आठ सितंबर को जलायी गयी विवाहिता की देर रात मौत, सड़क पर उतरीं महिलाएं

पटना : दहेज के लिए जलायी गयी पिंकी की रविवार की देर रात मौत हो गयी. घरवाले तत्काल पोस्टमार्टम कराने व आरोपित ससुरालवालों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे, लेकिन रात भर पुलिस की तरफ से कोई पहल नहीं की गयी. सोमवार की सुबह पिंकी के परिजन आक्रोशित हो उठे. हॉस्पिटल पर हंगामा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2014 5:10 AM

पटना : दहेज के लिए जलायी गयी पिंकी की रविवार की देर रात मौत हो गयी. घरवाले तत्काल पोस्टमार्टम कराने व आरोपित ससुरालवालों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे, लेकिन रात भर पुलिस की तरफ से कोई पहल नहीं की गयी. सोमवार की सुबह पिंकी के परिजन आक्रोशित हो उठे.

हॉस्पिटल पर हंगामा करने लगे. इसकी जानकारी अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) के लोगों को हुई. काफी संख्या में उक्त संगठन की महिलाएं हॉस्पिटल के पास पहुंच गयीं. आक्रोशित महिलाओं ने हॉस्पिटल के सामने बाइपास जाम कर दिया. दो घंटे तक वहां हंगामा होता रहा. पुलिस के आश्वासन पर सड़क जाम खत्म हुई.

जानकारी के अनुसार सुबह 10.30 बजे ही एडवा की महिलाएं सड़क जाम करने पहुंच गयीं. इस दौरान जम कर नारेबाजी हुई. सड़क पर गाडि़यों की कतारें लग गयीं. कड़ी धूप में लोग परेशान रहे. समिति की नेत्री रामपरी देवी ने कहा कि जब नौ सितंबर को पालीगंज में दहेज प्रताड़ना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी, तो आरोपितों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई, जबकि पिंकी का पति मनोज उसके साथ मौर्य हॉस्पिटल में ही मौजूद था.

साल भर पहले पिंकी की हुई थी शादी

2 जून, 2013 को पालीगंज थाना क्षेत्र के धरहरा निवासी मनोज कुमार से पिंकी की शादी हुई थी. पिंकी के पिता रामेश्वर प्रसाद दर्ज मामले में कहा था कि शादी के बाद से ही ससुरालवाले उसे प्रताडि़त कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इसके बाद आठ सितंबर, 2014 को पिंकी को उसके पति व सास-ससुर ने मिल कर उसे जला दिया था. इसके बाद उसे मौर्य हॉस्पिटल में भरती कराया गया, जहां रविवार की देर रात उसकी मौत हो गयी.

* दहेज हत्या में बदला प्रताड़ना का मामला

जाम की सूचना मिलते ही रामकृष्णा नगर पुलिस मौके पर पहुंची. उसने महिलाओं के अलावा पिंकी के मायकेवालों से बात की. करीब एक घंटे तक चली बातचीत के बाद पुलिस ने आश्वासन दिया कि प्रताड़ना के मामले को दहेज हत्या में तब्दील कर पालीगंज थाने को भेज दिया जायेगा. समिति की तरफ से कठोर कार्रवाई की मांग की गयी. इस पर पुलिस ने तत्काल गिरफ्तारी के लिए भी आश्वासन दिया. तब जाकर महिलाएं सड़क से हटीं और लगभग साढ़े 12 बजे से आवागमन सामान्य हुआ.

* धारा 498 ए जमानती होने से बढ़ी घटना

अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नेत्री रामपरी देवी ने कहा कि जुलाई माह में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया था कि धारा 498 ए के मामले में फर्जी मामले भी आ रहे हैं, इसलिए अब जांच के बाद गिरफ्तारी होगी. इसके एवज में गैर जमानती धारा को जमानती कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इसकी आड़ में महिलाओं के साथ प्रताड़ना की घटनाएं बढ़ गयी हैं. वहीं अपराध करनेवाले जांच के बाद गिरफ्तारी के नाम पर बाहर घूमते रहते हैं.

* पुलिस ने फेसबुक पर खोजा अपहृत को

आठ महीने से अपहृत युवक को कंकड़बाग पुलिस ने लुधियाना से बरामद किया है. युवक का लोकेशन फेसबुक के माध्यम से मिला और पुलिस उसे बरामद करने में सफल रही. पूछताछ में पता चला कि उसका अपहरण नहीं हुआ था. वह घर से नाराज होकर भाग गया था. पुलिस ने उसका कोर्ट में बयान दर्ज कर उसे परिजनों को सौंप दिया है. कंकड़बाग थाना क्षेत्र के चांदमारी रोड का रहनेवाला अभिषेक कुमार उर्फ विवेक 11 दिसंबर, 2013 से ही लापता था. परिजनों ने पहले अपने स्तर से उसकी छानबीन की, लेकिन जब पता नहीं चला, तो थाने में अपहरण की रिपोर्ट लिखा दी. रिपोर्ट में कहा गया कि अभिषेक नाबालिग है और उसका अज्ञात लोगों ने अगवा कर लिया. पुलिस को अनुसंधान के दौरान पूछताछ में परिजनों ने बताया कि अभिषेक फेसबुक इस्तेमाल करता है.

इस खुलासे के बाद परिजनों की मदद से फेसबुक पर उसकी तलाश शुरू हुई, तो पता चला कि वह अब भी सोशल साइट का इस्तेमाल कर रहा है. फेसबुक के माध्यम से उसका लोकेशन लुधियाना का मिला. इस पर पुलिस ने पहले लुधियाना में स्थानीय पुलिस से संपर्क करके उसे बरामद कराया. बाद में उसके परिजनों को लुधियाना भेजा गया. सोमवार को अभिषेक के परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. पूछताछ में युवक ने घर से खुद ही भाग जाने की जानकारी दी. आठ माह से वह लुधियाना के प्राइवेट फर्म में काम कर रहा था.

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