मंगल यान की एक्टिविटी लाइव देखेंगे छात्र

सीबीएसइ स्कूलों में यान के मंगल ग्रह में प्रवेश का होगा लाइव टेलीकास्ट पटना : बुधवार सुबह चार बजे मार्स आर्बिटर मिशन यानी मंगल यान के सेंसर्स की जांच की जायेगी. उसके बाद छह बजे कर 56 मिनट पर मंगल यान का मुंह मंगल ग्रह की ओर घूमेगा. सात बज कर 14 मिनट पर मंगलयान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2014 5:43 AM

सीबीएसइ स्कूलों में यान के मंगल ग्रह में प्रवेश का होगा लाइव टेलीकास्ट

पटना : बुधवार सुबह चार बजे मार्स आर्बिटर मिशन यानी मंगल यान के सेंसर्स की जांच की जायेगी. उसके बाद छह बजे कर 56 मिनट पर मंगल यान का मुंह मंगल ग्रह की ओर घूमेगा. सात बज कर 14 मिनट पर मंगलयान ग्रह के अंदर प्रवेश करेगा. सात बज कर 17 मिनट पर मंगल यान मंगल ग्रह की कक्षा में स्थापित हो जायेगा.

कुछ अलग और रोमांचित कर देने वाले ये सभी मूवमेंट्स को लाइव देखने का मौका सीबीएसइ स्टूडेंट्स को बुधवार सुबह मिलेगा. बोर्ड की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि इसका लाइव टेलीकास्ट स्कूल कैंपस स्टूडेंट्स को दिखाया जाए. इसके लिए बोर्ड की ओर से सोमवार को एक सकरूलर जारी किया गया.

6.45 से 8.45 बजे तक

मंगल यान की मिशन का लाइव टेलीकास्ट दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर किया जायेगा. सुबह 6.45 बजे से 8.45 बजे तक की अवधि में मंगल यान को स्टूडेंट्स पूरी तरह से लाइव देख पायेंगे. सीबीएसइ की ओर से पहली बार होनेवाली इस एक्टिविटी से स्टूडेंट्स का साइंस संबंधी ज्ञान बढ़ाया जा सकेगा. पांच नवंबर, 2013 को इंडियन स्पेस रिसर्च ऑग्रेनाइजेशन (इसरो) द्वारा मंगल यान को मंगल ग्रह के लिए छोड़ गया था.

लगभग 11 महीने के बाद मंगलयान 24 सितंबर को मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करेगा. भारतीय अंतरिक्ष अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे इस मंगल यान के मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करने के बाद भारत अमेरिका, रूस और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के बाद पहला देश बन जायेगा. यही वजह है कि सीबीएसइ इसे सभी स्टूडेंट्स को दिखाना चाहता है.

सहोदया ने की अपील

पटना के स्कूलो में चल रहे एसए-वन की परीक्षा के कारण कई स्कूल इसे दिखाने में असमर्थता जता रहे हैं, लेकिन इसके लिए पाटलिपुत्र सहोदया की ओर से स्कूलों से आग्रह किया गया है कि इन मूमेंट्स को जरूर दिखाएं. इसके लिए स्कूलों में प्रोजेक्टर की व्यवस्था की जाए.पाटलिपुत्र सहोदया के अध्यक्ष राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि सीबीएसइ की ओर से पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है. इसलिए सभी स्कूलों को इसे दिखाना चाहिए. इस कारण हमने स्कूलों से अपील की है कि इसे दिखाने की व्यवस्था की जायें.

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