हम अपनी जान देंगे पर जमीन नहीं छोड़ेंगे

दीघा बंदोबस्ती कानून के खिलाफ धरना पटना : दीघा भूमि बंदोबस्ती नियमावली व स्कीम 2014 के विरोध में बुधवार को दिन के 11 बजे से ही घुड़दौड़ रोड पर लोग एकत्रित होना शुरू हो गये थे. धरना का समय 12 बजे निर्धारित था, लेकिन लोग एक घंटा पहले से ही जुटना शुरू हो गये थे. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2014 5:40 AM
दीघा बंदोबस्ती कानून के खिलाफ धरना
पटना : दीघा भूमि बंदोबस्ती नियमावली व स्कीम 2014 के विरोध में बुधवार को दिन के 11 बजे से ही घुड़दौड़ रोड पर लोग एकत्रित होना शुरू हो गये थे. धरना का समय 12 बजे निर्धारित था, लेकिन लोग एक घंटा पहले से ही जुटना शुरू हो गये थे.
धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में दीघा निवासी और किसान बैठे थे.
नकी एक ही मांग थी कि 1024 एकड़ भूखंड को अधिग्रहण मुक्त किया जाये. धरना दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति व राजीव नगर व्यावसायिक न्यास के बैनर तले आयोजित किया गया था. धरना स्थल पर मौजूद लोग नहीं देंगे जमीन,जमीन हमारी फरमान तुम्हारा, नहीं चलेगा नहीं चलेगा और काला कानून वापस लो आदि नारा लगा रहे थे.
संघर्ष समिति के अध्यक्ष मनोरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है. सरकार काला कानून बना कर जबरदस्ती थोप रही है, जिसे हम मानने के लिए तैयार नहीं है. राज्य सरकार इस काला कानून को वापस लें और 1024 एकड़ भूखंड को अधिग्रहण मुक्त करें.
चलेगा चरणबद्ध आंदोलन : संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह ने कहा कि सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है, कार्रवाई कुछ नहीं कर रही है.हम चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने के लिए तैयार हैं. आठ अक्तूबर को पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप सड़क जाम करेंगे. इसके बाद एक तिथि निर्धारित कर चेतावनी देंगे. उस तिथि तक कानून वापस नहीं लिया गया, तो बेली रोड को अनिश्चित समय तक जाम किया जायेगा.
विधायक के आते दो फाड़ हुई संघर्ष समिति
धरना स्थल पर विधायक नितिन नवीन डेढ़ बजे पहुंचे. जैसे ही विधायक पहुंचे. दर्जनों लोग खड़े हो गये व नितिन नवीन वापस जाओ नारेबाजी शुरू कर दी. इससे संघर्ष समिति दो फाड़ में बंट गयी. एक गुट का कहना था कि विधायक आये हैं, तो सम्मान करें. वहीं दूसरे का कहना था कि वह राजनीति रोटी सेंकने आये हैं.
नेपाली नगर निवासी नीरज ठाकुर के नेतृत्व में 20 से 25 लोग नितिन नवीन के विरोध में उतर गये. आधे घंटे तक माहौल गरम हो गया. दोनों गुट एक-दूसरे को देख लेन की धमकी देने लगे थे. वहीं अलग-अलग लड़ाई लड़ने की भी बात होने लगी. विधायक जी 15 मिनट तक खड़े रहे. आधे घंटे के बाद स्थिति सामान्य हुई. मौके ्रपर रालोसपा नेता नागेश्वर स्वराज भी थे.

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