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हे दुर्गा मइया बचा लो, अब नहीं आयेंगे जन सुनवाई में प्रत्यक्षदर्शियों ने बतायी गांधी मैदान भगदड़ की कहानी पटना : हे दुर्गा मइया बचा लो, अब रावण वध देखने कभी नहीं आयेंगे. जब सिपारा के जयप्रकाश नगर के रहनेवाले अनिल कुमार गांधी मैदान में भगदड़ के बाद गिरे, तो उनकी जुबान से यही फरियाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2014 6:47 AM
हे दुर्गा मइया बचा लो, अब नहीं आयेंगे
जन सुनवाई में प्रत्यक्षदर्शियों ने बतायी गांधी मैदान भगदड़ की कहानी
पटना : हे दुर्गा मइया बचा लो, अब रावण वध देखने कभी नहीं आयेंगे. जब सिपारा के जयप्रकाश नगर के रहनेवाले अनिल कुमार गांधी मैदान में भगदड़ के बाद गिरे, तो उनकी जुबान से यही फरियाद निकल रही थी. उनके साथ ही 12 साल का बेटा आर्यन भी प्लीज भगवान जी बचा लीजिए की कारुणिक गुहार लगा रहा था. आर्यन अपने पिता के ठीक नीचे बहन ज्योति के साथ दबा हुआ था. दोनों के लिए पिता अनिल अगले 20 मिनट तक ढाल बने हुए थे.
उनकी पत्नी भी पास में ही बेसुध पड़ी हुई थी. गांधी मैदान में भगदड़ के शिकार अनिल ने जब यह व्यथा जन सुनवाई में सुनायी, तो उनके चेहरे पर खौफ को देखा जा सकता था. निजी अगिAशमन यंत्र संचालक अनिल आज भी उस पल को याद कर सिहर जाते हैं, जब वे पत्नी रिंकू, 16 वर्षीय बेटी ज्योति और 12 साल के बेटे आर्यन के साथ रावण दहन का कार्यक्रम देखने गये थे.उन्होंने बताया कि उनके सामने ही कई महिलाओं व बच्चों की दम घुटने से मौत हो चुकी थी. उनकी भी सांसें फूल रही थीं. इसी बीच भीड़ छंटी और पूरे परिवार की जान में जान आयी.

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