पटना: बोकारो सेल के पूर्व जीएम अशोक कुमार सहाय की पत्नी मंजू सहाय (55) की हत्या कहीं और की गयी और शव को हार्डिग पार्क में झाड़ियों में फेंक कर अपराधी फरार हो गये. कुछ ऐसी ही जानकारी पुलिस को अनुसंधान में मिली है. पुलिस इससे भी इनकार कर रही है कि महिला की हत्या लूट के लिए की गयी है. इसके पीछे पुलिस का तर्क है कि अगर लूट के लिए घटना हुई होती, तो उनके कान की बाली को भी अपराधी छीन कर अपने साथ ले गये होते, लेकिन ऐसी बात नहीं हुई.
अपराधियों ने उस आभूषण को छुआ तक नहीं. इससे स्पष्ट है कि मंजू सहाय की हत्या कहीं और की गयी और शव को वहां फेंक कर ठिकाने लगाया गया. यही नहीं, पुलिस सूत्रों के अनुसार उक्त महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके कारण वह घर से कभी बाहर निकलती भी नहीं थी. ऐसे में एसके नगर रोड संख्या 21 स्थित आवास से वह खुद हार्डिग पार्क के पहुंच ही नहीं सकती थीं.
एफएसएल टीम करेगी आवास की जांच : एफएसएसल की टीम अब महिला के आवास की जांच करेगी. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि अभी घटना के कारणों की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन उसकी तह में पहुंचने के लिए आवास की एफएसएल से जांच करायी जायेगी. उन्होंने बताया कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. मालूम हो कि बुधवार की सुबह हार्डिग पार्क के निकट से पुलिस ने शव को बरामद किया था. पहले तो पुलिस उसे अज्ञात मान रही थी, लेकिन रात में दोनों बेटियों ने शव की पहचान की थी.