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25 साल में लड़कियों की शादी से सही रहता है स्वास्थ्य : जीतन राम मांझी

पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद महागंठबंधन के नेता का चुनाव होगा. महागंठबंधन के दल तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा. जब तीन दल महागंठबंधन में हैं, तो कोई एक दल अकेले फैसला नहीं ले सकता है. इसके लिए तीनों पार्टियां जदयू, राजद व कांग्रेस मिल कर पहले […]

पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद महागंठबंधन के नेता का चुनाव होगा. महागंठबंधन के दल तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा. जब तीन दल महागंठबंधन में हैं, तो कोई एक दल अकेले फैसला नहीं ले सकता है.
इसके लिए तीनों पार्टियां जदयू, राजद व कांग्रेस मिल कर पहले बैठक करेंगी और किसी एक नाम पर सहमति बनायेंगी. यह बैठक चुनाव से पहले भी हो सकती है या फिर बाद भी.
सोमवार को जनता दरबार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सीएम नीतीश कुमार जदयू के सर्वमान्य नेता हैं और पार्टी अपनी ओर से उन्हें महागंठबंधन के नेता के रूप में प्रोजेक्ट करेगी. महागंठबंधन के नेता का चयन न तो जीतन राम मांझी और न ही राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह अकेले कर सकते हैं.किसी को अपना नेता कहना व्यक्तिगत या पार्टी का मामला हो सकता है, लेकिन महागंठबंधन के स्तर पर तीनों दलों के नेता इस पर अंतिम निर्णय लेंगे.
पार्टी तय करेगी, कौन कहां बैठेगा धरने पर : ग्रोथ रेट गिरने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नीतीश कुमार द्वारा बनाये रोड मैप पर चल रहे हैं. जहां भी कुछ एडिशनल करने की जरूरत होती है, तो करते हैं. किसी भी चीज में कमी नहीं कर रहे हैं. गिरावट की बात कहीं से नहीं है.
20 अक्तूबर को जदयू के जिला मुख्यालयों में धरने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी तय करेगी कि कौन नेता धरना पर बैठेंगे और कहां बैठेंगे. उन्हें अभी कोई सूचना नहीं दी गयी है. अपने पहले के बयान पर कायम मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 साल में शादी होने से मां का स्वास्थ्य ठीक रहता है. इनसान की आयु भी लंबे समय तक रहती है. हम 70 साल के हो गये हैं और मुङो कोई बीमारी नहीं है, लेकिन कुछ दिनों से ब्लड प्रेशर बढ़ा है और इसकी दवा खानी पड़ रही है.
लालू से मंत्रिमंडल विस्तार पर बात नहीं : मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार को वह दिल्ली में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिलने गये थे. मुंबई से ऑपरेशन करा कर दिल्ली लौटने के बाद उनसे नहीं मिले थे. उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए गये थे. मंत्रिमंडल विस्तार पर लालू से बातचीत से उन्होंने इनकार किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल, समाज कल्याण मंत्री लेसी सिंह, विज्ञान व प्रावैधिकी मंत्री शाहिद अली खान, श्रम मंत्री दुलालचंद गोस्वामी मौजूद थे.
महागंठबंधन सीएम के लिए नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि महागंठबंधन सीएम के लिए नहीं हो रहा है. यह महागंठबंधन बहुत बड़े कारण के लिए है. देश को जिससे खतरा है, उसके लिए है. दिसंबर में जदयू कार्यकारिणी की बैठक है. पार्टी का जिलों में सम्मेलन है, कार्यकर्ताओं से बात-विचार भी होगा. महागंठबंधन में नीतीश कुमार के अलावा सीएम के अन्य दावेदार के सवाल पर मांझी ने कहा कि कई उम्मीदवार हैं. जदयू के अलावा राजद व कांग्रेस में पुराने नेता हैं.
कोई भी सीएम बन सकता है. कोई कहता था कि जीतन राम मांझी भी मुख्यमंत्री बन सकता है? नीतीश कुमार की मेरठ में सभा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ा गंठबंधन तैयार करने के लिए जो पहल की गयी है, उसी पर कार्रवाई हो रही है. इस महागंठबंधन से सफलता मिल चुकी है और पूरे देश में इसे बढ़ाया जा रहा है. इस काम में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव व नीतीश कुमार भरपूर प्रयास कर रहे हैं.
अच्छे रैंक वाले का नहीं हुआ एडमिशन
पटना के सत्येंद्र कुमार ने कहा कि बिहार संयुक्त प्रवेशपरीक्षा में उसे 9000 रैंक आया था, लेकिन उसका एडमिशन नहीं हो सका. पटना के आनंद ने कहा कि इंटर काउंसिल में कॉमर्स का स्क्रूटनी के लिए जून में ही आवेदन दिया था, लेकिन अब तक स्क्रूटनी नहीं हो पायी. एकाउंट में कम नंबर था, इस वजह से ऑनर्स पेपर नहीं मिल सका.
नहीं है स्कूल
गया फतेहपुर के जंगली इलाका हाराकुरहा से आये बासुदेव सुधारी ने कहा कि उनके गांव में अब तक स्कूल नहीं खुला है. पटना फुलवारीशरीफ की कुरकुरी पंचायत के मुखिया शैलेंद्र कुमार ने कहा पांच किमी के क्षेत्र में कोई हाइस्कूल नहीं है.
छात्रवृत्ति में हो रही कटौती
एससी-एसटी के छात्रों की छात्रवृत्ति में कटौती की गयी है.यह शिकायत लेकर मोतिहारी इंजीनियरिंग कॉलेज के बी-टेक फाइनल इयर के छात्र अभिषेक पासवान व मनोज कुमार जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे.
बढ़ा मानदेय नहीं मिला
अस्थावां नालंदा के रिवाइस नेशनल टीवी कंट्रोल प्रोग्राम के कर्मचारी आशीष कुमार ने कहा कि 01.04.2009 से मानदेय में बढ़ोतरी की गयी, लेकिन नालंदा जिले में 01.10.2011 से इसे लागू किया गया. करीब 30 महीने का प्रति महीने साढ़े चार हजार की दर से बढ़े मानदेय का भुगतान नहीं किया गया. आश्वासन मिल रहा है कि बकाया मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा.
17 कर्मचारियों को 30 महीना तक बढ़ा हुआ मानदेय नहीं मिला, जबकि दूसरे जिलों में एक अप्रैल 2009 से भुगतान हो रहा है. उधर, पटना यूनिवर्सिटी के स्टोर कीपर के रूप में काम कर रहे प्रदीप कुमार ने बताया कि एक साल से काम कर रहे हैं, लेकिन एक महीने का भी वेतन नहीं मिला. वेतन मांगने पर बायोटेक्नोलॉजी विभाग के एचओडी हटाने की धमकी देते हैं. शिक्षा विभाग ने कुलपति से मिलने को कहा है.
अब तक नहीं मिली राहत, सहायता का आश्वासन
नालंदा के कृष्ण बल्लभ प्रसाद ने कहा कि 2006 में ही बाढ़ में उनका घर गिर गया था. इसमें वे और उनकी पत्नी घायल हो गये थे. पहले बिहारशरीफ और फिर पीएमसीएच में इलाज हुआ. इस बीच उन्हें सिर्फ 15 हजार की सहायता राशि दी गयी. उन्हें एम्स रेफर किया गया, लेकिन आर्थिक हालत तंगी होने के कारण वे वहां नहीं जा सके.
अब तक वे 15 बार जनता दरबार में आ चुके हैं, लेकिन अप्रैल 2011 के उनके आवेदन का मामला अभी भी पेंडिंग है. स्वास्थ्य विभाग कह रहा है कि खर्चा देंगे. वहीं, औरंगाबाद पकहा के मनोज चौधरी ने की भतीजी सुषमा ऐसे रोग से पीड़ित है जिसका इलाज बिहार में संभव नहीं है. उसकी हड्डी कमजोर है और 12 साल की उम्र में उसकी 36 बार हड्डी टूट चुकी है. डॉक्टर बाहर लेकर जाने की सलाह दे रहे हैं. फरियाद सुनाने पर उन्हें आय प्रमाण पत्र और इलाज का स्टिमेट तैयार कर लाने को कहा गया है, तब सरकार आर्थिक सहायता देगी.
खबर दोबारा पढ़ी गयी है.

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