मौत को मात दे घर लौटा आदर्श
पटना : किसी माता-पिता के लिए दीवाली के मौके पर इससे बड़ा तोहफा क्या हो सकता है कि उनका बेटा मौत से जंग जीत कर 55 दिन बाद घर लौट आया हो. सिंधिया स्कूल में रैगिंग का शिकार नौवीं का छात्र आदर्श कुमार सिंह अपने घरवालों के लिए खुशियां लेकर लौटा है. गुरुवार की सुबह […]
पटना : किसी माता-पिता के लिए दीवाली के मौके पर इससे बड़ा तोहफा क्या हो सकता है कि उनका बेटा मौत से जंग जीत कर 55 दिन बाद घर लौट आया हो. सिंधिया स्कूल में रैगिंग का शिकार नौवीं का छात्र आदर्श कुमार सिंह अपने घरवालों के लिए खुशियां लेकर लौटा है. गुरुवार की सुबह राजधानी एक्सप्रेस से जब सहकारिता मंत्री जय कुमार सिंह अपने बेटे आदर्श को लेकर घर लौटे, तो पूरा परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. सबसे पहले घर में भगवान सत्यनारायण की कथा का आयोजन कराया गया. इसके बाद तो बधाई देने के लिए परिवार, दोस्त, रिश्तेदारों का तांता लग गया.
सभी ‘बच्चजी’ (आदर्श का घरेलू नाम) से मिलने व उसे दुलार करने के लिए आतुर थे. मां पूजा सिंह करीब 29 दिन तक अपोलो हॉस्पिटल के आइसीयू में बेटे के साथ रहीं. उन्होंने कहा कि इन बिताये पलों को जब दोस्तों व रिश्तेदारों को सुनाया, तो उनकी आंखें डबडबा गयीं. हर कोई उन्हें हिम्मत रखने की सलाह दे रहे थे.
दुआ ने काम कियाइलाज कर रहे जाने-माने न्यूरोलॉजिस्ट डॉ एके बनर्जी ने कहा कि आपके बेटे को ठीक करने में दवा से ज्यादा दुआ ने अपना काम किया है. हालांकि डॉक्टर ने कहा है कि आदर्श को पूरी तरह से स्वस्थ होने में करीब दो महीने का समय लगेगा. तब जाकर इसकी याददाश्त पूरी तरह ठीक हो पायेगा. अभी वह चीजों को पहचान ले रहा है.
दोषियों को हर हाल में सजा दिलायेंगे : मंत्री
पिता का फर्ज निभाने के बाद सहकारिता मंत्री जयकुमार सिंह ने यह ठाना है कि दोषियों को हर हाल में सजा दिलायेंगे. इसके लिए वे छठ पूजा के बाद मध्य प्रदेश के ग्वालियर जाकर स्कूल प्रबंधन के अलावा मध्य प्रदेश के सीएम और डीजीपी से खासतौर से मुलाकात करेंगे.
उन्होंने बताया कि सीबीएसइ को भी इस घटना को लेकर पत्र लिखा है, ताकि स्कूल पर ठोस कार्रवाई हो सके. सिर्फ वार्डन को जेल भेजना ही पर्याप्त नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने रैगिंग को लेकर जो सख्त निर्देश दिये हैं, उसके आधार पर दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. मंत्री जय कुमार सिंह अब इस अभियान में जुटनेवाले हैं.