13 महीने का बच्चा, तीन किलो का निकला ट्यूमर
फुलवारीशरीफ दर्द से परेशान था बच्च एम्स में हुआ ऑपरेशन पटना : रेडियेशन के कारण मां के पेट में शौर्य (आठ किलो)को तीन किलो का ट्यूमर विकसित कर गया, जिसके बाद बच्चे का पेट गुब्बारे की तरह फूल गया और 13 माह के बच्चे ने खाना छोड़ दिया. इसके बाद बच्चे का ग्रोथ भी बंद […]
फुलवारीशरीफ
दर्द से परेशान था बच्च एम्स में हुआ ऑपरेशन
पटना : रेडियेशन के कारण मां के पेट में शौर्य (आठ किलो)को तीन किलो का ट्यूमर विकसित कर गया, जिसके बाद बच्चे का पेट गुब्बारे की तरह फूल गया और 13 माह के बच्चे ने खाना छोड़ दिया.
इसके बाद बच्चे का ग्रोथ भी बंद हो गया था. आरा के रहनेवाले बच्चे के माता-पिता ने उसे गंभीर हालत में भरती कराया, जिसके बाद उसकी जांच हुई, तो मालूम चला कि ट्यूमर उसके पूरे पेट में फैल गया है और उसने किडनी, लीवर व आंत को भी परेशान करना शुरू कर दिया है, जिसे मेडिकल साइंस में एबडोमनल टिरैटी कहते हैं. यह बीमारी बहुत कम पायी जाती है, लेकिन जिसमें यह बीमारी मिलती है, उसमें यह मां के पेट से ही बच्चे में आ जाती है.
इसका कारण फिलहाल किसी भी तरह का रेडियेशन हो सकता है. दूसरी ओर ट्यूमर को निकालने के बाद बायोप्सी के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पता चल पायेगा कि टयूमर किस तरह का है.
ढाई घंटे तक चला ऑपरेशन
एम्स के चिकित्सकों ने करीब ढाई घंटे के जटिल ऑपरेशन के बाद बच्चे के पेट से ट्यूमर को निकाला. हैरानी की बात यह है कि इतनी छोटी उम्र का बच्चा इतने बड़े ऑपरेशन के बाद भी बड़े आराम से सो रहा था .ऑपरेशन के बाद बच्च बिल्कुल ठीक है. बच्चे को अभी गहन चिकित्सा में रखा गया है, जहां बच्चे की मॉनीटरिंग चिकित्सकों की टीम कर रही है.
इन चिकित्सकों ने किया कारनामा
शिशु विभाग के एचओडी डॉ बिंदे ,एनेसथेसिया विभाग के एचओडी डॉ उमेश भदानी ,डॉ निशांत सहाय ,डॉ अभिषेक ,डॉ पूनम ,डॉ मनोज व डॉ अनिल ने महज ढाई घंटे में ही इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वककर मासूम की जान बचायी है.