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मंत्रियों के शामिल होने पर रोक

केंद्र के खिलाफ 20 अक्तूबर को जिला मुख्यालयों पर जदयू का धरना पटना : 20 अक्तूबर को जिला मुख्यालयों में होनेवाले जदयू के महाधरने में मंत्री उपस्थित नहीं रहेंगे. पार्टी ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित सभी मंत्रियों को धरना में शामिल होने से मना कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने शुक्रवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2014 4:32 AM
केंद्र के खिलाफ 20 अक्तूबर को जिला मुख्यालयों पर जदयू का धरना
पटना : 20 अक्तूबर को जिला मुख्यालयों में होनेवाले जदयू के महाधरने में मंत्री उपस्थित नहीं रहेंगे. पार्टी ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित सभी मंत्रियों को धरना में शामिल होने से मना कर दिया है.
प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने शुक्रवार को यह निर्देश सभी मंत्रियों को भेज दिया है. प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक, महाधरने में सभी विधायक और सांसद शामिल होंगे. पटना में महाधरना गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर होगा. इधर, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को पटना व नालंदा जिलों के कार्यकर्ताओं की बैठक हुई.
सभी कार्यकर्ताओं से पूर्व मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से बातचीत की. पार्टी सूत्रों ने बताया कि अब तक 34 जिलों के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया गया है. महाधरना के बाद बाकी चार जिलों के कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श होगा. इधर, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष व अभियान प्रभारी सतीश कुमार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर केंद्र के खिलाफ 20 अक्तूबर को होनेवाले महाधरने में लाखों लोग शरीक होंगे.
उत्तर बिहार का दौरा कर लौटने के बाद उन्होंने कहा कि सभी जिला मुख्यालयों पर धरने की तैयारी पूरी हो चुकी है. शुक्रवार तक 35 जिलों की बैठक हो गयी. महाधरने के बाद आंदोलन के दूसरे चरण का स्वरूप तय किया जायेगा.
नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ेंगे चुनाव
पटना : पथ निर्माण मंत्री व जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ कर दिया है कि जदयू नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगा. यदि जदयू को बहुमत मिला, तो अगले सीएम नीतीश कुमार ही होंगे. उन्होंने बताया कि जदयू विधायक दल की बैठक में तीन फैसले लिये गये थे.
नीतीश कुमार की जगह जीतन राम मांझी को सीएम बनाने का, नीतीश कुमार को पार्टी और सरकार के बीच समन्वयक की भूमिका निभाने और 2015 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का. इस फैसले में कोई परिवर्तन नहीं होगा.
राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया तो नहीं दी, लेकिन इतना जरूर कहा कि जदयू ने किसी व्यक्ति विशेष से नहीं, बल्कि पार्टी से महागंठबंधन किया है. विधानसभा उपचुनाव में प्रयोग सफल रहा. विधानसभा चुनाव में गंठबंधन के साथी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, इसका निर्णय मिल कर किया जायेगा. जदयू 118 सीटों पर तो चुनाव लड़ेगा ही. शेष पर फैसला उसके बाद होगा.
भाजपा नैतिकता की स्वयंभू ठेकेदार
पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नैतिकता की स्वयंभू ठेकेदार बन रही है. उन्होंने श्री हुसैन के उस बयान को खारिज किया, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हरिणाया की चुनावी सभाओं में कम भीड़ होने का दावा किया था.
श्री प्रसाद ने कहा कि उनकी सभाओं में भारी भीड़ उपस्थित हुई थी. उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला की गिरफ्तारी के बाद हिसार में आयोजित इंडियन नेशनल लोकदल की सभा में भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी मौजूद थे. येदियुरप्पा को पुन: पार्टी में वापस ला कर भ्रष्टाचार पर बात करने का नैतिक अधिकार भाजपा ने खो दिया है.
कभी सुखराम से चुनावी गंठजोड़, तो कभी बाबू राम कुशवाहा को शामिल कर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया गया है कि हाथी के दांत खाने के कुछ एवं दिखाने के कुछ और हैं. बिहार में भाजपा सरकार बनने के शाहनवाज हुसैन के दावे को मुंगेरीलाल के हसीन सपने की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि 10 सीटों के लिए हुए उपचुनाव ने भाजपा नेताओं के होश फाख्ता कर दिये हैं.

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