धनतेरस आज : मिट्टी से लेकर सोना, गाड़ी तक बिकेंगे

मंगलवार को धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व शुरू हो जायेगा. धनतेरस पर वस्तुओं को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता के अनुसार इस दिन खरीदी गयी वस्तु या जमीन न केवल चिर स्थाई रहती है, बल्कि सुख व समृद्धि को बढ़ाती है. धनवर्षा की आस में शहर के बाजार सज चुके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2014 4:36 AM
मंगलवार को धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व शुरू हो जायेगा. धनतेरस पर वस्तुओं को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता के अनुसार इस दिन खरीदी गयी वस्तु या जमीन न केवल चिर स्थाई रहती है, बल्कि सुख व समृद्धि को बढ़ाती है. धनवर्षा की आस में शहर के बाजार सज चुके हैं. खरीदारी के अनूठे योग ने बाजार और ग्राहकों की महत्वाकांक्षाएं बढ़ा दी हैं.
बाजार जानकारों की मानें, तो धनतेरस में मिट्टी से लेकर सोना तक बिकेगा. 1452.40 करोड़ यानी 14.52 अरब रुपये का कारोबार होगा.
मिट्टी
दीपावली पर मिट्टी के दीये खरीदने की परंपरा रही है. भले ही इलेक्ट्रॉनिक आइटमों ने इसकी जगह ले ली हो, पर इसका अपना महत्व है. पर्व में हर परिवार कम से कम पांच दीये जरूर खरीदता है.
महत्व : इस मौसम में कीट-पतंगों की संख्या बढ़ जाती है.यह कीट-पतंगे दीये में रखे घी को चाट कर समाप्त होते हैं.
धातु
धातु का मूल्य कभी घटता नहीं, बल्कि यह बढ़ता ही है. यह एक मौका होता है जब हम सोना-चांदी, हीरा या पीतल-कांसे के बर्तन खरीद कर उन्हें भविष्य के लिए संभाल कर रखें.
महत्व : धातुएं चंद्रमा की प्रतीक हैं, जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है.
गाड़ियां
इस बार सिर्फ कार, बाइक, ट्रैक्टर व टेंपो जैसे वाहनों की खरीद पर 2.65 अरब खर्च होंगे. इस वक्त कंपनियां कई ऑफर भी पेश करती हैं.
महत्व : धातु (सोने-चांदी) की जगह लोग गाड़ियां खरीदने लगे हैं. इनके उपयोग को देखते हुए फेस्टिव सीजन में खरीद का अपना अलग महत्व है.
साड़ियां
आज के दौर में भी साड़ियों का क्रेज कम नहीं हुआ है. बड़ी कंपनियां त्योहारी सीजन की तैयारी काफी पहले से करती हैं. इस मौके पर कई वेराइटी में उत्पाद उतारे जाते हैं.
महत्व : धनतेरस में कुछ भी खरीदने के नाम पर अनुपयोगी चीजें लेने से बेहतर है कि ऐसी चीजें खरीदी जाये जिसका बाद में फायदा मिले.
गैजेट्स
देश में ही नहीं दुनिया में गैजेट्स का बड़ा बाजार है, जो लगातार फैल रहा है. इस दीवालीमें प्रदेश में तीन लाख पीस सिर्फ मोबाइल बिकने की उम्मीद है, जिसमें डेढ़ लाख स्मार्टफोन ही होंगे.
महत्व : गैजेट्स हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल हैं. इससे देश-विदेश की हर गतिविधियों से वाकिफ रहते हैं.
इलेक्ट्रॉनिक
कभी कलर टीवी खरीदने वाले लोग आज कल एलसीडी, एलक्ष्डी, होम थियेटर जैसे उपकरण खरीद रहे हैं. कंपनियों के मुताबिक साल भर का 40 फीसदी मार्केट इसी समय खुलता है.
महत्व : टीवी आज के समय में जरूरत की चीज बन गयी है. यह न केवल मनोरंजन करता है बल्कि हमारा ज्ञान भी बढ़ता है.

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