1.05 लाख पद अब भी खाली
तीन बार लग चुके कैंप शिक्षा विभाग ने मांगा कोटिवार ब्योरा पटना : बे के स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए तीन बार कैंप लगे, लेकिन करीब 1.05 लाख पद अब तक नहीं भरे जा सके हैं. प्रारंभिक स्कूलों में करीब 70 हजार, हाइस्कूलों में साढ़े आठ हजार व प्लस टू स्कूलों में साढ़े […]
तीन बार लग चुके कैंप
शिक्षा विभाग ने मांगा कोटिवार ब्योरा
पटना : बे के स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए तीन बार कैंप लगे, लेकिन करीब 1.05 लाख पद अब तक नहीं भरे जा सके हैं. प्रारंभिक स्कूलों में करीब 70 हजार, हाइस्कूलों में साढ़े आठ हजार व प्लस टू स्कूलों में साढ़े 26 हजार शिक्षकों की बहाली नहीं हो सकी. फिलहाल कुछ जिलों में पैक्स चुनाव के कारण कैंप नहीं लग सके हैं.
पैक्स चुनाव खत्म होते ही वहां कैंप लगाये जायेंगे. अब उर्दू शिक्षकों की बहाली के लिए टीइटी के बाद फिर से आवेदन लिये जायेंगे. इन पदों पर फिर से नियुक्ति होगी. शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के डीइओ को रिक्तियों का कोटिवार ब्योरा देने का निर्देश दिया है. मिडिल के साथ-साथ हाइ व प्लस टू स्कूलों में हिंदी, अंगरेजी, गणित, उर्दू, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान व वाणिज्य विषयों के शिक्षक नहीं मिल सके हैं.
वहीं, महिला कोटि के अलावा कुछ आरक्षित कोटि में भी अभ्यर्थी नहीं मिलने की वजह से उनके पद नहीं भरे जा सके हैं.पुराने भरने के बाद सृजित होंगे नये पद : बिहार में शिक्षकों की जरूरत तो है, लेकिन जब तक करीब 1.05 लाख इन पुराने पदों पर बहाली नहीं होगी, नये पद सृजित नहीं किये जायेंगे. वित्तीय वर्ष 2014-15 में शिक्षकों का एक पद भी सृजित नहीं होगा. अब रिक्त पदों पर फिर से आरक्षण का पालन किया जायेगा और बहाली होगी. कुल रिक्तियों में से महिलाओं के आधे से बहुत अधिक पद रिक्त हैं. ऐसे में जब फिर से बहाली शुरू होगी, तो कुल पदों में से आधे पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया जायेगा.
नियुक्ति प्रक्रिया में हो सकता है बदलाव : शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव हो सकता है. अब तक जहां नियोजन इकाईवार आवेदन लिये जाते थे, वहीं जिला स्तर पर आवेदन लिये जा सकते हैं. इसको लेकर शिक्षक नियुक्ति नियमावली में भी संशोधन चल रहा है. जिला स्तर पर आवेदन लेने से अभ्यर्थियों को वरीयता के आधार पर दस नियोजन इकाई का ऑप्शन देना होगा, उसी को आधार मान कर मेधा क्रम में नियोजन हो सकता है.