जदयू ने चार बागी विधायकों की बिहार विधानसभा सदस्यता रद्द की
पटना : जदयू के चार बागी विधायकों की पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर आज बिहार विधानसभा की सदस्यता आज रद्द कर दी गयी. बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के कक्ष से बाहर निकलने के समय इन चार बागी विधायकों में शामिल बाढ विधानसभा क्षेत्र से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बताया कि अध्यक्ष ने […]
पटना : जदयू के चार बागी विधायकों की पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर आज बिहार विधानसभा की सदस्यता आज रद्द कर दी गयी. बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के कक्ष से बाहर निकलने के समय इन चार बागी विधायकों में शामिल बाढ विधानसभा क्षेत्र से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बताया कि अध्यक्ष ने उनकी सदन से सदस्यता रद्द किए जाने का नियमन दिया है.
उन्होंने बताया कि उनके साथ जिन अन्य तीन विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने का अध्यक्ष द्वारा नियमन दिया गया है उनमें नीरज सिंह बब्लू (छातापुर), रविंद्र राय (महुआ) और राहुल शर्मा (घोषी) शामिल हैं. सदन की सदस्यता रद्द किए गए विधायकों ज्ञानू और बब्लू ने कहा कि अध्यक्ष ने सभी चारों विधायकों को पूर्व विधायक का दर्जा भी नहीं दिए जाने का नियमन दिया है.
अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी से इस बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर उन्होने कहा कि उन्हें संबंधित विधायकों से जो कुछ कहना था, कह चुके हैं और इसके बाद वह अपने वाहन में बैठकर चले गए.
गत 19 जून को बिहार में राज्यसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सदस्यता रद्द किए गए इन विधायकों ने अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के इस नियमन को ‘तुगलकी फरमान और असंवैधानिक’ करार दिया और कहा कि ऐसा पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर किया गया है. विधायकों ने कहा कि इस सिलसिले में पत्र प्राप्त हो जाने पर वे लोग पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.
अध्यक्ष ने ऐसे अन्य बागी चार अन्य विधायकों पूनम देवी, अजित कुमार, सुरेश चंचल और राजू कुमार सिंह के मामलों की सुनवाई के लिए उन्हें आगामी 22 नवंबर को बुलाया है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इन विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया.
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने नयी दिल्ली से फोन पर अध्यक्ष के नियमन को सही और विधिसम्मत बताया. इन बागी विधायकों पर पार्टी प्रत्याशी पवन वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी के विरुद्ध और भाजपा समर्थित साबिर अली और अनिल शर्मा के पक्ष में मतदान करने तथा जदयू के अन्य विधायकों को ऐसा करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था.
जदयू के इन चार विधायकों की सदस्यता रद्द होने के बाद 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में उसके कुल सदस्यों की संख्या सदन के अध्यक्ष सहित अब 115 रह गयी है. सदन में वर्तमान में भाजपा के 88, राजद के 25, कांग्रेस के 5, भाकपा के 1 और 4 निर्दलीय सदस्य हैं.