पटना : बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह प्रतिज्ञा कि वर्ष 2015 तक बिजली की स्थिति में सुधार नहीं होने पर वह जनता के बीच वोट मांगने नहीं जाएंगे, उरनकी प्रतिज्ञा को बिहार सरकार पूरा करेगी.
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड एवं उसकी अनुषंगी कंपनियों के दूसरे स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य हित में बिजली के क्षेत्र में कठोर निर्णय लिया जिसका परिणाम है कि जहां हम 2005 में 600 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहे थे वह आज बढकर यह 2831 मेगावाट पहुंच गयी है.
उन्होंने कहा कि नीतीश ने प्रतिज्ञा की थी कि 2015 तक बिजली की स्थिति में सुधार नहीं करेंगे तो जनता के बीच वोट मांगने नहीं जायेंगे। आज हम कह सकते हैं कि 2015 आने में समय है. चुनाव में एक वर्ष है. हमलोग विद्युत के क्षेत्र में काफी सुधार लाये हैं. मांझी ने कहा कि 2005 में बिजली निकासी की क्षमता 600 मेगावाट थी जो बढकर 3500 मेगावाट हो गयी है. आने वाले दिनों में 5000 मेगावाट बिजली आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. हमें विश्वास है कि निश्चित रुप से लक्ष्य पूरा होगा। बिजली के क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर बनेंगे.
उन्होंने बताया कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि ग्रामीण इलाकों में हर घरों तक बिजली पहुंचे ताकि बिजली के जरिए हर खेत को सिंचित कर कृषि क्षेत्र का अधिक से अधिक विकास कर सकें.