बाढ़ में गवाहपुत्र की गरदन तोड़ कर हत्या
बाढ़ : हत्या के मुकदमे में पक्ष में गवाही देने से इनकार करने से भदौर थाने के धोबीचक गांव में गवाह के पुत्र अजय केवट (32 वर्ष ) को सुनियोजित साजिश के तहत अपराधियों ने गरदन मरोड़ कर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद अपराधियों ने शव को धान के खेत में फेंक […]
बाढ़ : हत्या के मुकदमे में पक्ष में गवाही देने से इनकार करने से भदौर थाने के धोबीचक गांव में गवाह के पुत्र अजय केवट (32 वर्ष ) को सुनियोजित साजिश के तहत अपराधियों ने गरदन मरोड़ कर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद अपराधियों ने शव को धान के खेत में फेंक दिया. वारदात का खुलासा 15 घंटे के बाद शुक्रवार को उस वक्त हुआ जब ग्रामीण खेत में काम करने पहुंचे. भदौर थानाध्यक्ष अभय कुमार के नेतृत्व में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इस संबंध में मृतक के चाचा रघुनंदन केवट ने बताया कि साल भर पहले शिव कुमार केवट की हत्या की गयी थी, जिसमें कुछ लोग नामजद थे. करीब 15 दिन पहले इस मुकदमे में संधि कर गवाही नहीं देने की चेतावनी अपराधियों ने दी थी. इसके एवज में करीब एक लाख रुपये की रकम भी देने की पेशकश की थी , जिसे मृतक के पिता संदीरक केवट ने ठुकरा दिया था. इससे आक्रोशित होकर हमलावरों ने उसके इकलौते पुत्र अजय को अपना शिकार बनाने की साजिश रची.
जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम अजय केवट गांव के पास ही गौढ़ाखंधा में धान की फसल देखने गया था. इसी दौरान उसे कुछ लोगों ने अंधेरा होने के बाद पकड़ लिया. परिजनों के अनुसार उसकी गला मरोड़ कर हत्या कर दी. रात में अजय जब घर नहीं लौटा, तो उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला. बाद में शुक्रवार की सुबह को कुछ लोग खेत की तरफ गये , तो धान के खेत में जमे पानी में शव को देख कर शोर मचाया. बाद में लोगों ने पहुंच कर उसे बाहर किया, तो उसकी शिनाख्त हुई.
मृतक के नाक और मुंह से खून निकला हुआ था और सिर में जख्म के साथ गरदन भी टूटी हुई थी. इस संबंध में मृतक के पिता संदीरक केवट के बयान पर श्रीचंद व अनोज केवट सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया गया है. थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि पूर्व विवाद के कारण हत्या की गयी है. मामले की छानबीन की जा रही है.