राजनीति में मतभेद, लेकिन विकास में साथ : रविशंकर
पटना : पटना में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) केंद्र में ‘नयी इंक्यूबेशन सुविधा’ के शिलान्यास समारोह में केंद्र सरकार के मंत्री, बिहार के सीएम व मंत्री समेत भाजपा के नेता भी मौजूद थे. दलों में मतभेद के बावजूद बिहार के विकास पर ये सभी एक साथ नजर आये. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने […]
पटना : पटना में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) केंद्र में ‘नयी इंक्यूबेशन सुविधा’ के शिलान्यास समारोह में केंद्र सरकार के मंत्री, बिहार के सीएम व मंत्री समेत भाजपा के नेता भी मौजूद थे.
दलों में मतभेद के बावजूद बिहार के विकास पर ये सभी एक साथ नजर आये. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा-जदयू में राजनीतिक रूप से मतभेद हो सकता है, लेकिन कुछ मुद्दों पर हमें साथ चलना है. बिहार का विकास मिल कर करना है. अगर विकास के लिए कोई आइडिया है, तो बिहार सरकार बताये, उसमें केंद्र से सहयोग मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले ही कहा कि पूर्वोत्तर प्रदेशों को साथ लेकर आगे चलना है. कोई प्रदेश पिछड़ा नहीं रहना चाहिए.
बिहार में एक संदेश देना चाहते हैं कि हम मिल कर बिहार को आगे बढ़ाना चाहते हैं और नये बिहार का निर्माण करना चाहते हैं. बिहार सरकार सहयोग करे, तो यहां सैमसंग व एलजी कंपनी का यूनिट खोला जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को इनफॉरमेशन हाइवे के लिए जाना जायेगा. इधर, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संपतचक प्रखंड के विभिन्न गांवों का दौरा किया. मंत्री प्रसाद के दौरा के बारे में संजीव ने बताया कि उन्होंने प्रखंड के कंडाप, कोली और अलावलपुर गांवों का दौरा किया. हालांकि, इन गांवों को आदर्श ग्राम घोषित करने के लिए गोद लेने से इनकार किया गया है.
सहयोग का जमाना : मोदी
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि आज सहयोग का जमाना है, टकराव की आवश्यकता नहीं है. केंद्र और बिहार सरकार मिल कर काम करें, तभी बिहार का विकास हो सकता है. केंद्र के सहयोग से बड़ी-बड़ी आइटी कंपनियों का बिहार में सम्मेलन हो और निवेश के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाये. वह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने से भी नहीं चूके. उन्होंने बगैर उनका नाम लिये कहा कि कुछ दिन पहले तक कुछ लोग फेसबुक व ट्विटर का मजाक उड़ाते फिर रहे थे. कहते थे कि चिड़िया चिचिया रही है. पर अब उन्हें इसकी महत्ता समझ में आयी और वे खुद फेसबुक व ट्विटर खोल कर बैठे हैं.