कप्तान साहब! अब तक नहीं हो सका डकैती-लूट का खुलासा

आठ सितंबर, 2014 की शाम शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक में कैलाश भवन में डकैतों ने धावा बोला था. इस प्रतिष्ठित परिवार को डकैतों ने बंधक बनाया और घर में घुस कर आठ सदस्यों ने तांडव मचाया. घर में मौजूद महिलाओं व पुरुषों को एक कमरे में बंद कर दिया. कनपट्टी पर पिस्टल व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2014 6:56 AM
आठ सितंबर, 2014 की शाम शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक में कैलाश भवन में डकैतों ने धावा बोला था. इस प्रतिष्ठित परिवार को डकैतों ने बंधक बनाया और घर में घुस कर आठ सदस्यों ने तांडव मचाया. घर में मौजूद महिलाओं व पुरुषों को एक कमरे में बंद कर दिया.
कनपट्टी पर पिस्टल व चाकू सटा कर डकैतों ने पूरा घर साफ कर दिया और जान से मारने की धमकी भी दी. करीब पांच लाख के गहने समेत अन्य सामान लेकर डकैत हथियार लहराते हुए निकल गये. तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, लेकिन वह खुलासे के करीब नहीं पहुंच पाये.
दरियापुर के रहनेवाले सीमेंट व्यवसायी शैलेश कुमार सिंह के घर 25 अक्तूबर, 2014 की रात डकैतों ने ऐसा कहर बरपाया कि अब तक उनका परिवार सदमे से उबर नहीं पाया है. पत्नी प्रिया रानी और पिता गिरजा सिंह को दो बड़े ऑपरेशन होने बाकी हैं. उनका इलाज जारी है. बकौल शैलेश उनके घर में 10-15 लोग लोहे की रॉड व डंडा लेकर घुस गये व शैलेश सहित चार सदस्यों को बुरी तरह जख्मी कर दिया. घटना के बाद शाहपुर पुलिस कभी उनकी ब्रोकरी के धंधे को कारण माना तो कभी गांव के विवाद पर अनुसंधान किया, लेकिन सुराग के रूप में पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा.
अभियंता कॉलोनी के सेक्टर में रहनेवाले अशोक कुमार के घर में 16 सितंबर, 2014 को लुटेरों ने हमला बोला था. उनके नौकर योगेंद्र को चाकू दिखा कर बंधक बना लिया गया और 20 हजार नकदी, कैमरा, आइ पैड, टेबलेट सहित 12 लाख की ज्वेलरी उठा ले गये. अशोक द्वारा पुलिस को दिये गये आवेदन के मुताबिक ज्वेलरी में ज्यादा चांदी के सामान थे. सीवान से लौटने के बाद अशोक ने पुलिस को सूचना दी. राजीव नगर पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और घटना में नौकर का हाथ होने की बात कह लूट की जगह चोरी का मामला दर्ज किया, पर सफलता हाथ नहीं लगी.

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