यूपीएससी ने हिंदी अनुवाद की पद्धति का ब्योरा ऑनलाइन डाला

नयी दिल्ली : यूपीएससी ने अभ्यर्थियों की सहायता के लिए अपनी वेबसाइट पर अंगरेजी के प्रश्नों का हिंदी अनुवाद करने की पद्धति का ब्योरा डाला है. इस विवरण में भूगोल, लोक प्रशासन, इतिहास, व्यापार, संचार आदि विषयों में हिंदी में और अन्य भाषाओं में इस्तेमाल शब्दों की सूची शामिल है. आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2014 11:06 PM

नयी दिल्ली : यूपीएससी ने अभ्यर्थियों की सहायता के लिए अपनी वेबसाइट पर अंगरेजी के प्रश्नों का हिंदी अनुवाद करने की पद्धति का ब्योरा डाला है. इस विवरण में भूगोल, लोक प्रशासन, इतिहास, व्यापार, संचार आदि विषयों में हिंदी में और अन्य भाषाओं में इस्तेमाल शब्दों की सूची शामिल है. आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अधिकारियों के चयन के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करनेवाला यूपीएससी अनुवाद में ‘कमीशन फॉर साइंटिफिक एंड टेक्निकल टर्मिनोलॉजी’ की शब्दावली का इस्तेमाल करता है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में हिंदी अनुवाद से जुड़े मुद्दों को देखनेवाली तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश के बाद यह कदम उठाया गया है. कुछ अभ्यर्थियों ने इस साल सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों के हिंदी अनुवाद में विसंगतियों की शिकायत की थी. उसके बाद यूपीएससी ने मामले में अध्ययन के लिए समिति का गठन किया था.अभ्यर्थियों की मदद के लिए यूपीएससी के पोर्टल पर सीएसटीटी की वेबसाइट का लिंक डाला गया है. सूत्रों ने बताया कि यूपीएससी के पूर्व सदस्य प्रोफेसर पुरषोत्तम अग्रवाल ने पिछले दिनों आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. समिति में जेएनयू के वीसी प्रो एसके सोपोरी और इग्नू के प्रोफेसर एके सिंह सदस्य थे. सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न को लेकर जुलाई में विवाद सामने आया था और छात्रों ने सिविल सेवा एप्टीट्यूट टेस्ट या दूसरे प्रश्नपत्र में बदलाव की मांग करते हुए लंबे समय तक आंदोलन किया था.

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