जालसाजी, ठगी है अमित का धंधा
पटना: जहानाबाद नगर थाने में खुद को ब्रिटिश हाइ कमीशन का सहायक सचिव बताते हुए अपहरण होने व अपहर्ताओं के चंगुल से निकल कर थाना पहुंचने की अमित कुमार (नया गांव, आलमगंज) द्वारा पुलिस को दी गयी जानकारी झूठी निकली. वह कमीशन का सदस्य न होकर जालसाज है और नौकरी के नाम पर कई लोगों […]
पटना: जहानाबाद नगर थाने में खुद को ब्रिटिश हाइ कमीशन का सहायक सचिव बताते हुए अपहरण होने व अपहर्ताओं के चंगुल से निकल कर थाना पहुंचने की अमित कुमार (नया गांव, आलमगंज) द्वारा पुलिस को दी गयी जानकारी झूठी निकली. वह कमीशन का सदस्य न होकर जालसाज है और नौकरी के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये ऐंठ चुका है.
उसने जिन लोगों से पैसे लिये थे, उन सबको फंसाने के लिए उसने अपहरण का नाटक रचा था. उसने अपनी गाड़ी जहानाबाद और पटना की सीमा पर छोड़ दी थी. पुलिस ने उसकी पोल खोल दी और आलमगंज थाने में जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया. वहीं पुलिस उक्त जालसाज को जहानाबाद से गिरफ्तार कर पटना ले आयी.
लिये हैं छह-छह लाख
पुलिस के पास अब तक अंकज कुमार समेत तीन लोग पहुंचे हैं, जिनसे उसने ब्रिटिश हाइ कमीशन के माध्यम से एयरलाइंस में अधिकारी के पद पर नियुक्ति करवाने के नाम पर छह-छह लाख रुपये लिये थे. पुलिस ने उसके भाई सुमित कुमार को भी हिरासत में ले लिया है और वह उसकी संलिप्तता के संबंध में छानबीन कर रही है. सुमित कुमार ने बयान दिया है कि उसे भी 17 हजार प्रतिमाह की नौकरी पर रखने की जानकारी उसके भाई ने दी थी. इधर जहानाबाद पुलिस ने भी उससे घटना के संबंध में जानकारी ली और उसके बाद पटना पुलिस के हवाले कर दिया.
एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि अमित के खिलाफ आलमगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और उसकी गिरफ्तारी हो गयी है. उसके भाई के बयान का सत्यापन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उसकी गाड़ी भी बरामद कर ली गयी है और उसके आवास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये हैं.
दस्तावेज से भी खुलासा
अमित ने जब ब्रिटिश हाइ कमीशन के सहायक सचिव होने की जानकारी दी तो पुलिस के भी होश उड़ गये, लेकिन एकबारगी उसे विश्वास नहीं हुआ. इसके बाद पुलिस ने आलमगंज के नया गांव स्थित उसके आवास पर छापेमारी की. इसमें अमित कुमार के फर्जी आइ कार्ड, नियुक्ति पत्र, विजिटिंग कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किये गये. फर्जी आइ कार्ड में आइडी नंबर, नाम व ब्रिटिश हाइ कमीशन लिखा हुआ है. इतना ही नहीं आइ कार्ड में दिल्ली का पता दिया गया है. इसके साथ ही बरामद विजिटिंग कार्ड में नाम के साथ फॉरेन सर्विस लिखा हुआ है और अपने आप को मैनेजमेंट में गोल्ड मेडलिस्ट दरसाया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार ब्रिटिश हाइ कमीशन का मुख्य कार्यालय लंदन और भारत में इसका मुख्य कार्यालय गोवा (पणजी) बताया गया है, जबकि गोवा में ब्रिटिश हाइ कमीशन का कोई कार्यालय नहीं है, जो कि उसके फर्जीवाड़े की पुष्टि करता है.
आइ कार्ड में भी गजब का फर्जीवाड़ा
पुलिस सूत्रों के अनुसार अमित के नाम से मिले आइ कार्ड में भारत सरकार का लोगो भी अंकित किया हुआ है. इसी प्रकार उसके पास से बरामद नियुक्ति पत्र में शशिभूषण लकड़ा नाम के व्यक्ति को ब्रिटिश एंबेसी के लिए एयरपोर्ट मैनेजर (ऑपरेशन) पद के लिए चयनित करने की जानकारी दी गयी है. लेकिन सबसे हास्यास्पद बात तो यह है कि उसमें अंगरेजी के कई शब्द अशुद्ध हैं. पत्र के अंत में ब्रिटिश हाइ कमीशन के ग्लोबल सेक्रेटरी माइकल रॉबर्सन का फर्जी हस्ताक्षर है और उसके नीचे अमित कुमार ने अपने को सहायक सचिव होने की जानकारी दी है.