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मतदाताओं की संख्या में वृद्धि लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत

– दरभंगा हाउस में ‘राजनीति के बदलते आयाम और चुनावी राजनीति’ पर सेमिनारसंवाददाता, पटना ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो साकेत कुशवाहा ने कहा कि मतदाताओं की संख्या में हुई वृद्धि को लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है. परंतु हम अभी भी विकसित देशों से पीछे हैं. प्रजातांत्रिक अनुभव, लगाव और शिक्षा जनतंत्र को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2014 9:02 PM

– दरभंगा हाउस में ‘राजनीति के बदलते आयाम और चुनावी राजनीति’ पर सेमिनारसंवाददाता, पटना ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो साकेत कुशवाहा ने कहा कि मतदाताओं की संख्या में हुई वृद्धि को लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है. परंतु हम अभी भी विकसित देशों से पीछे हैं. प्रजातांत्रिक अनुभव, लगाव और शिक्षा जनतंत्र को मजबूती प्रदान करेंगे. श्री कुशवाहा एसोसिएशन फॉर पॉलीटीकल स्टडीज का तृतीय वार्षिक सम्मेलन के अवसर पर पटना विवि के दरभंगा हाउस में आयोजित सेमिनार में ये बातें कहीं. राज्य सरकार में रूसा के उपाध्यक्ष प्रो कामेश्वर झा ने कहा कि भारत में जनतंत्र का स्वरूप बदल रहा है. एक पार्टी राज से साझा सरकारों और पुन: एक पार्टी की सरकार की वापसी भारतीय वोटर की परिपक्वता का प्रमाण है. एसोसिएशन के संयोजक डॉ घनश्याम राय ने कहा कि भारती की राजनीति सोच में मूलभूत परिवर्तन हुआ है. एनआईटी के पूर्व प्रोफेसर तथा विश्व बैंक प्रोजेक्ट सलाहकर प्रो संतोष कुमार ने कहा कि भारत में विरासत की राजनीति हावी हो गई है. एसोसिएशन के संयोजक डॉ. घनश्याम राय की दूसरी पुस्तक ‘ आचार्य सोमदेव की राज्य संबंधी सिद्धांत’ का कुलपति द्वारा विमोचन किया गया. मौके पर प्रो गौरीशंकर राय, डॉ सीमा प्रसाद, प्रो भारती एस कुमार, डॉ मुनेश्वर यादव, डॉ अनामिका कुमारी, प्रो टीके शांडिल्य, प्रो अजीत कुमार सिंह, डॉ ओम प्रकाश राय, डॉ शशि प्रताप शाही, डॉ दयानिधि राय, डॉ उत्तम लाल ठाकुर भी मौजूद थे.

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