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दरबार में डीएम नहीं, कौन सुने फरियाद

पटना : आम लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य के हरेक जिले में डीएम द्वारा जनता दरबार लगाया जाता है. लेकिन पटना के डीएम अभय कुमार सिंह जनता दरबार से गायब रहते हैं. एक महीने में वे एक बार भी डीएम कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके हैं. लोग अपनी शिकायतों के समाधान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2014 8:42 AM

पटना : आम लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य के हरेक जिले में डीएम द्वारा जनता दरबार लगाया जाता है. लेकिन पटना के डीएम अभय कुमार सिंह जनता दरबार से गायब रहते हैं. एक महीने में वे एक बार भी डीएम कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके हैं. लोग अपनी शिकायतों के समाधान की आस में हरेक गुरुवार को दूर दराज से पटना जिला मुख्यालय पहुंचते हैं लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता है. यहां तक कि उनका आवेदन डीएम न पढ़ रहे हैं न ही फरियादियों को समाधान का आश्वासन ही दे पा रहे हैं.

डीएम कार्यक्रम में नहीं रहने की सूचना भी फरियादियों को नहीं देते हैं. जनता दरबार में आने पर ही लोगों को इस बात की जानकारी हो पाती है. डीएम की अनुपस्थिति में डीडीसी लोगों की शिकायत सुनते हैं, लेकिन इस गुरुवार को डीडीसी भी उपस्थित नहीं थे. आपदा प्रबंधन के एडीएम को शिकायत सुनने की जिम्मेवारी दी गयी थी, जो लोगों से आवेदन ले रहे थे. कहा जा सकता है कि डीएम का जनता दरबार बस रस्मी बन कर रह गया है. इसके पहले के तीन सप्ताह में डीडीसी ही कार्यक्रम में शिकायत सुनने आ रहे थे. डीएम के नहीं रहने के कारण बाकी अधिकारी भी जनता दरबार में नहीं उपस्थित रहते हैं.

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