वेतन में फंसी पेंशन

पटना: राज्य के ढाई लाख नियोजित शिक्षकों को तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. शिक्षक 31 मार्च के बाद से वेतन की बाट जोह रहे हैं. सरकार ने उनके खाते में वेतन की राशि जमा करने की योजना बनायी है, लेकिन अधिकतर जगहों पर डीइओ की सुस्ती से अब तक खाते नहीं खुल सके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:53 PM

पटना: राज्य के ढाई लाख नियोजित शिक्षकों को तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. शिक्षक 31 मार्च के बाद से वेतन की बाट जोह रहे हैं. सरकार ने उनके खाते में वेतन की राशि जमा करने की योजना बनायी है, लेकिन अधिकतर जगहों पर डीइओ की सुस्ती से अब तक खाते नहीं खुल सके हैं. जिन जगहों पर सरकार ने रकम भेज दी है, उन जगहों पर भी वेतन के लाले पड़े हैं. कई जिले ऐसे भी हैं, जहां उच्चधिकारियों के स्तर से वेतन का मामला लंबित है.

यूटीआइ की तैयारी पूरी
इधर, वेतन पर संकट आने से उनकी पेंशन योजना भी अधर में लटक गयी है. वेतन की राशि से ही पेंशन मद में 200 रुपयों की कटौती होनी है. पेंशन योजना के तहत यूटीआइ के द्वारा हर माह शिक्षकों के वेतन से 200 रुपये कटौती की जानी है. हर शिक्षक के पेंशन मद में राज्य सरकार भी 200 रुपये देगी. इस तरह हर माह उनके पेंशन मद में 400 रुपये जमा होंगे. शिक्षक के रिटायर होने पर उन्हें एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में हर माह मिलेगी. यूटीआइ से मिली जानकारी के अनुसार उनकी तैयारी पूरी है. जैसे ही वेतन की राशि शिक्षकों के खाते में जायेगी, पेंशन मद में राशि कटौती शुरू हो जायेगी.

1.30 लाख शिक्षकों ने दी सहमति
पेंशन योजना में उन्हीं शिक्षकों को शामिल किया जायेगा, जो इसके लिए इच्छुक होंगे. अब तक 1.30 लाख शिक्षकों ने इसकी सहमति दे दी है. शेष से सहमति पत्र लिया जा रहा है.

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