स्पेशल रेंज बडे़ आयकर चोरों पर रखेगा नजर,सं

— पेशेवर तरीके से आयकर चोरी करने वालों की अब खैर नहीं– प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के अधीन काम करेगा रेंजसंवाददाता,पटनापेशेवर तरीके से आयकर की चोरी करने वालों की अब खैर नहीं. आयकर विभाग ने बिहार व झारखंड के टॉप सौ करवंचना से संबंधित केस की जांच से लेकर सुनवाई औरसेटलमेंट तक के लिए एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2014 6:02 PM

— पेशेवर तरीके से आयकर चोरी करने वालों की अब खैर नहीं– प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के अधीन काम करेगा रेंजसंवाददाता,पटनापेशेवर तरीके से आयकर की चोरी करने वालों की अब खैर नहीं. आयकर विभाग ने बिहार व झारखंड के टॉप सौ करवंचना से संबंधित केस की जांच से लेकर सुनवाई औरसेटलमेंट तक के लिए एक स्पेशल रेंज का गठन किया है. आयकर विभाग का यह स्पेशल रेंज सीधे बिहार व झारखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के अधीन काम करेगा. स्पेशल रेंज की जिम्मेवारी आयुक्त स्तर के अधिकारी को दी गयी है. बिहार-झारखंड से वर्तमान वित्तीय वर्ष में 9562 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य है. 15 नवंबर को आयकर विभाग के बिहार-झारखंड क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात सभी वरिष्ठ अधिकारियों के कामकाज को नये सिरे से विभाजित किया गया है. दोनों राज्यों के टॉप सौ आयकर चोरी के मामलों की जांच की जिम्मेवारी स्पेशल रेंज की होगी. प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त मामलों की खुद मॉनीटरिंग करेंगे. वह मामला दर्ज होने से लेकर उसकी जांच,सुनवाई और सेटलमेंट तक केस पर नजर रखेंगे. बिहार व झारखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त उज्ज्वल चौधरी ने बताया कि स्पेशल रेंज पटना में आयकर आयुक्त-1 के अधीन काम करेगा. इसमें बडे़ आयकर चोरी और उलझे हुए मामलों को लिया जायेगा. आयकर अधिकारियों के नये कैडर विभाजन में ट्रस्टों की संपत्ति और उसकी कमाई की जांच और निगरानी के लिए भी एक निदेशक(एक्सपेंशन)के नये पद का सृजन किया गया है. आयकर निदेशक (एक्सपेंशन)सीधे तौर पर दिल्ली स्थित आयकर महानिदेशक (एक्सपेंशन) के अधीन काम करेंगे.

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