मोटापा से लकवा व हार्ट अटैक का खतरा-सं
विश्व मोटापा दिवस आज संवाददाता, पटना मोटापा असमय मृत्यु का महत्वपूर्ण कारण है. इससे मधुमेह, बीपी, हार्टअटैक व लकवा जैसी बीमारी होने का खतरा चार गुना बढ़ जाता है. मोटापा के कारण लोग समय से पहले जोड़ों के दर्द व कमर के दर्द से परेशान हो जाते हैं, तो दूसरी ओर मोटे लोग, जिनको कैंसर […]
विश्व मोटापा दिवस आज संवाददाता, पटना मोटापा असमय मृत्यु का महत्वपूर्ण कारण है. इससे मधुमेह, बीपी, हार्टअटैक व लकवा जैसी बीमारी होने का खतरा चार गुना बढ़ जाता है. मोटापा के कारण लोग समय से पहले जोड़ों के दर्द व कमर के दर्द से परेशान हो जाते हैं, तो दूसरी ओर मोटे लोग, जिनको कैंसर है उनकी मृत्यु समय से पहले हो जाती है. ये बातें मंगलवार को स्काडा में विश्व मोटापा दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस वार्ता में डॉ अमूल्य कुमार सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोटापा लोगों को अपनी चपेट में लेने लगा है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2016 तक जोड़ प्रत्यारोपण करानेवालों की संख्या बढ़ जायेगी. उन्होंने कहा कि मोटापा महज खान-पान के बदपरहेजी का नतीजा है, जिसे हम खुद भी दूर कर सकते हैं. डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि पुरुषों में कमर की मोटाई 90 सेमी तथा महिलाओं में कमी की मोटाई 80 सेमी से अधिक नहीं रहनी चाहिए, क्योंकि इसके बाद हम मोटापा के शिकार हो जाते हैं. प्रेस वार्ता में कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ मनीषा सिंह, डॉ सुमिता, डॉ मनीष मौजूद थे. दूसरी ओर कंकड़बाग स्थित हार्ट हॉस्पिटल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान डॉ प्रभात ने कहा कि दो से चार कप दूध और चीनी वाली चाय आपके शरीर को मोटा कर सकता है. एक कप दूध और चीनी वाली चाय लेने से 70 से 100 कैलोरी ऊर्जा शरीर को प्राप्त होती है, जो एक अंडे के बराबर होता है. इसमें सावधानी बरतनी चाहिए. उन्होंने कहा कि विश्व का विकसित एवं विकासशील देशों की दो तिहाई जनसंख्या जहां ओवर वेट हैं, वहीं एक तिहाई मोटापे से ग्रस्त हैं, जो आगे जाकर हार्ट जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं.