* प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापना काल से अब तक नहीं हुआ एक भी एमबीबीएस का पदस्थापन
दानापुर : दियारा का हेतनपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आयुष चिकित्सकों के भरोसे संचालित किया जाता है. अस्पताल में रोगियों के लिए बेड तक नहीं है. केंद्र पर कभी-कभार ही चिकित्सक नजर आते हैं. इससे दियारा के रोगियों कोसों दूर पैदल चल कर अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज कराने के लिए आना होता है.
मालूम हो कि दियारा के लोगों को समुचित ढंग से स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन सांसद रामकृपाल यादव ने सांसद कोटे से हेतनपुर अस्पताल के भवन का निर्माण कराया था. छह बेडोंवाले इस अस्पताल का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने 10 मार्च, 1996 को किया था.
उद्घाटन के कुछ समय बाद तक अस्पताल में रोगियों का समुचित ढंग से उपचार किया जाता था. अब तो अस्पताल में चिकित्सक कभी-कभार ही नजर आते हैं. लोगों ने बताया कि असामाजिक तत्व अस्पताल के दरवाजे व खिड़कियां तक उखाड़ कर ले गये हैं. अस्पताल में चिकित्सकों को बैठने के लिए कुरसी तक नहीं है. लोगों ने बताया कि अब तक अस्पताल में एक भी एमबीबीएस का पदस्थापन नहीं किया गया है. अस्पताल में आयुव्रेदिक, होमियोपैथिक व यूनानी चिकित्सकों को पदस्थापित किया गया है.
दियारा के लोगों ने बताया कि अस्पताल में कभी-कभार ही चिकित्सक आते हैं. गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल जाना पड़ता है. मारपीट व गोलीबारी में जख्मी लोगों को भी इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जाना पड़ता है. हेतनपुर निवासी राजगीर प्रसाद ने सूचना के अधिकार के तहत अस्पताल के रोगियों की सूची मांगी गयी थी. इसमें गांव के बाहरी लोगों के नाम इलाज करानेवालों में शामिल किया गया था.
अस्पताल में तीन चिकित्सक व दो एनएम के पद हैं. इनमें एक चिकित्सक डॉ शिशिर पांडेय प्रतिनियुक्त पर हैं. अस्पताल में आयुव्रेदिक चिकित्सक डॉ अनिल कुमार वर्मा व यूनानी चिकित्सक डॉ खुर्शीद आलम पदस्थापित हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रविनंदन प्रसाद वर्मा ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में बेड की व्यवस्था की जायेगी. प्रभारी डॉ अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि अस्पताल में नियमित चिकित्सक आते हैं और रोगियों का उपचार किया जाता है. बुधवार व शुक्रवार को अस्पताल में टीका दिया जाता है.