40 हजार आबादीवाले शहर होंगे नगर पर्षद

संवाददाता,पटनानगर विकास विभाग ने राज्य के नगर निकायों के अपग्रेडेशन की तैयारी में जुट गया है. अब ऐसे कसबों, जिनकी आबादी 12 हजार से अधिक होगी, उनको नगर पंचायत का दर्जा दिया जायेगा. इसी तरह से जिन नगर पंचायतों की आबादी 40 हजार से अधिक होगी, उन्हें नगर पर्षद और जिन नगर पर्षदों की आबादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2014 11:02 PM

संवाददाता,पटनानगर विकास विभाग ने राज्य के नगर निकायों के अपग्रेडेशन की तैयारी में जुट गया है. अब ऐसे कसबों, जिनकी आबादी 12 हजार से अधिक होगी, उनको नगर पंचायत का दर्जा दिया जायेगा. इसी तरह से जिन नगर पंचायतों की आबादी 40 हजार से अधिक होगी, उन्हें नगर पर्षद और जिन नगर पर्षदों की आबादी दो लाख से अधिक होगी, उनको नगर निगम बनाया जायेगा. ऐसे शहरों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जो अनुमंडल स्तर के हैं और वहां पर नगर निकाय नहीं हैं, वहां पर निकायों की स्थापना की जाये. नगर निकायों के अपग्रेडेशन का आधार 2011 की जनगणना होगी. नगर विकास एवं आवास मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि विभाग इसका प्रस्ताव तैयार कर रहा है. अपग्रेड में 2011 की जनसंख्या के आधार पर वर्ष 2014 तक की हुई शहरों की आबादी में वृद्धि को भी ध्यान में रखा जायेगा. राज्य की एक करोड़ 17 लाख 29 हजार 609 आबादी शहरों में निवास करती है, जो कुल जनसंख्या का करीब 11 फीसदी है. विभाग प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेज देगा. मालूम हो कि करीब दो दर्जन नगर पंचायतें ऐसी हैं, जहां की आबादी 40 हजार से अधिक हो गयी है. इनमें बख्तियारपुर, बलिया, बांका, बढ़हिया, बरौली, बरबीघा, बिहटा, बिक्रमगंज, दाउदनगर, ढाका, फतुहा, झाझा, महनार बाजार, मनेर, नवगछिया, ओबरा, राजगीर, रामनगर, सुल्तानगंज और तेघड़ा हैं. वैसे कसबों, जिनकी आबादी 12 हजार से अधिक हो चुकी है, उनमें नवादा जिले का भदौनी, मुजफ्फरपुर जिले का दामोदरपुर, भागलपुर जिले के हबीबपुर व सबौर और औरंगाबाद का ओबरा शामिल हैं.

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