मांझी शासनकाल में बढ़ा अपराधियों का मोनबल : माले
दरभंगा में माले नेता की हत्या पर पार्टीजनों ने जताया रोष हत्या और अपराध की घटनाओं के खिलाफ आंदोलन करेगी भाजपा संवाददाता, पटना मांझी शासनकाल में अपराधी बेलगाम हो गये हैं. अपराधियों पर लगाम कसने में सरकार कतरा रही है, यही वजह है कि उनका हौसला बढ़ रहा है. दरभंगा में माले के नेता बालेश्वर […]
दरभंगा में माले नेता की हत्या पर पार्टीजनों ने जताया रोष हत्या और अपराध की घटनाओं के खिलाफ आंदोलन करेगी भाजपा संवाददाता, पटना मांझी शासनकाल में अपराधी बेलगाम हो गये हैं. अपराधियों पर लगाम कसने में सरकार कतरा रही है, यही वजह है कि उनका हौसला बढ़ रहा है. दरभंगा में माले के नेता बालेश्वर पासवान की हत्या की घटना इसका ताजा उदाहरण है. उक्त बातें मंगलवार को भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कही. माले नेता बालेश्वर पासवान की हत्या की जानकारी लेने गयी माले की जांच टीम ने उन्हें अपनी रिपोर्ट आज सौंप दी. उन्होंने बताया कि जांच टीम ने जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमे कहा गया है कि सत्ता संरक्षित अपराधियों ने बालेश्वर पासवान की हत्या की. एक दिसंबर को पासवान जी अपने गांव के कचहरी टोला छपरार दवा खरीदने गये थे. लौटते वक्त सुरेंद्र यादव सहित कई लोगों ने उन पर हमला बोल दिया. उनके साथ मार-पीट की गयी और घर में बंद कर दिया गया. बाद में हो-हल्ला होने पर पुलिस ने उन्हें बरामद किया. उन्हें डीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. माले की जांच टीम में राजाराम, प्रदीप झा और धीरज गुप्ता शामिल थे. माले सचिव ने कहा है कि हत्या और अपराध की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ माले राज्यव्यापी आंदोलन करेगा. (नोट : खबर दोबारा पढ़ी गयी है)