पटना : बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सेवानिवृत डॉक्टरों और नर्सों से अपनी सेवा देने के लिए आगे आने की अपील की है. लालू प्रसाद ने बुधवार को ट्वीट किया, ” देश-प्रदेश के सभी सम्मानित स्वस्थ सेवानिवृत डॉक्टरों और नर्सों से मेरी विनती है की सरकार को इस कठिन दौर में अपनी सेवा देने के लिए आगे आएं. देश को आपके अनुभव, सेवा और विशेषज्ञता की सख्त जरूरत है.”
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा, ”मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सरकार की एक आवाज पर ऐसे सभी डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मी राष्ट्रसेवा के लिये उपलब्ध रहेंगे.” चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और वर्तमान में रांची के एक अस्पताल में इलाजरत लालू प्रसाद ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने की दिशा में हम सब का पहला कदम, यदि अत्यंत आवश्यक ना हो तो घर के बाहर कदम ना रखें.
वहीं, राजनीति रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा तीन सप्ताह तक चलने वाले देशव्यापी बंद को लेकर संशय व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि यह उपाय सही हो सकता है पर थोड़ा लंबा है. प्रशांत किशोर ने बुधवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि लॉकडाउन का फैसला सही हो सकता है, लेकिन 21 दिन बहुत ज्यादा हैं.
उन्होंने पूछा कि क्या 21 दिन लॉकडाउन करने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण है जिससे कोरोना के खिलाफ जंग जीती जा सके. बिना जांच, आइसोलेशन और चिकित्सा के कोरोना को कैसे रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से लक्ष्य हासिल होगा कि नहीं यह तो पता नहीं पर इससे लोगों की जिंदगी और रोजी रोटी जरूर बर्बाद हो जायेगी.
उधर, बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस की भयावह और आपात स्थिति को देखते हुए विधानसभा और विधानपरिषद सदस्यों के मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना कोष (2019-20, 2020-21) में से एक करोड़ रुपये की राशि तत्काल संबंधित जिला अधिकारियों को निर्गत किया जाये, ताकि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए ज़िलाधिकारियों द्वारा मास्क, हैंड सेनेटाइजर, दवा, जांच किट, रोगी वाहन (एम्बुलेंस), जांच-उपचार अथवा अन्य अतिआवश्यक सामग्री यथाशीघ्र उपलब्ध कराया जा सके. जबकि, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है.