पटना : बिहार में बाढ़ से आयी आपदा को लेकर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 21 टीमें सूबे के 12 जिलों में तैनात हैं. इनमें गोपालगंज और पटना जिले में 3-3 टीमें, पूर्वी और पश्चिम चंपारण, सारण, दरभंगा तथा सुपौल जिले में 2-2 टीमें और कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधुबनी तथा मुजफ्फरपुर जिले में एक-एक टीम की तैनाती की गयी है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमें जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर गोपालगंज, सुपौल, पूर्वी व पश्चिम चंपारण जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर अब तक 800 से अधिक बाढ़ प्रभावित लोगों को रेस्क्यू बोट से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है. इनमें महिलाओं, बच्चों तथा वृद्धों की संख्या अधिक हैं. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ के कर्मियों द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर एहतियात भी बरता जा रहा है.
कमांडेंट विजय सिन्हा ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि 22 जुलाई को पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में तैनात 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के टीम कमांडर सुधीर कुमार के नेतृत्व में सिकराहना प्रखंड में रात में ही रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर सिकराहना नदी में आयी बाढ़ में फंसे चार लोगों को बचाया गया.
उन्होंने बताया कि सिकराहना नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने से चार बुजुर्ग मजदूर एक ईंट भट्ठे के टापू पर फंस गये थे. ईंट भट्ठे का इलाका बाढ़ के पानी से चारों ओर से घिर चुका था. जैसे-जैसे रात ढल रही थी, उनकी चिंता बढ़ती जा रही थी. भयाक्रांत होकर मदद के लिए वे लोग चिल्ला कर गुहार लगा रहे थे.
मामले की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ के जांबाज बचावकर्मी रात में लगभग 10:00 बजे घटनास्थल पर पहुंच कर चारों लोगों (65 वर्षीय हरेंद्र साह, 60 वर्षीय उमेश बारी, 64 वर्षीय जमीर मियां व 63 वर्षीय राम बालक चौधरी) को रेस्क्यू बोट से सुरक्षित निकाला. कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ के हमारे बचावकर्मी बिहार राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद करने के लिए सदैव तत्पर व तैयार हैं.
Posted By : Kaushal Kishor