नर्सो की हड़ताल, नहीं आये मंत्री जी
पटना: पीएमसीएच में नर्सो की हड़ताल मरीजों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है. अब तो नर्सो की हड़ताल स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव सहित कई आला अधिकारियों पर भारी पड़ रही है. नर्सो की खौफ उस समय स्वास्थ्य मंत्री पर भारी पड़ गया, जब पीएमसीएच में विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य […]
पटना: पीएमसीएच में नर्सो की हड़ताल मरीजों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है. अब तो नर्सो की हड़ताल स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव सहित कई आला अधिकारियों पर भारी पड़ रही है.
नर्सो की खौफ उस समय स्वास्थ्य मंत्री पर भारी पड़ गया, जब पीएमसीएच में विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह बतौर मुख्य अतिथि व उद्घाटनकर्ता के रूप में मौजूद होनेवाले थे. पीएमसीएच में कुष्ट रोग में पुनर्वास चिकित्सा विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया था. इसमें मंत्री के अलावा स्वास्थ्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्र भी अपना व्याख्यान देनेवाले थे. पीएमसीएच सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य मंत्री के सामने नर्स किसी तरह की कोई प्रदर्शन नहीं करे इस वजह से उनका कार्यक्रम में आना रद्द हो गया.
घेराव से पहले भाग गये प्रिंसिपल : पिछले कई दिनों से अनुबंध पर बहाल नर्से स्थायीकरण को लेकर हड़ताल पर बैठी हैं. बुधवार को पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. एसएन सिन्हा का घेराव करने जैसे ही नर्स पहुंची, तो वो वहां से आधे घंटे पहले ही निकल गये. नाराज नर्सो ने प्राचार्य के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. यहां तक की नर्सो ने प्राचार्य को भगोड़ा करार देते हुए हमेशा के लिए हॉस्पिटल से भाग जाने का नारा लगाया.
मंत्री की गाड़ी के सामने लेटने की थी योजना
हड़ताल पर बैठी बिहार अनुबंध परिचारिका श्रेणी ए की महासचिव प्रमिला कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सभी नर्स पहले से ही तैयार थी. अगर मंत्री आते तो नर्स मुख्य गेट पर ही उनके गाड़ी के सामने लेट कर जान देने की कोशिश करती और न्याय की गुहार लगाती. लेकिन, हम लोगों के डर से मंत्री ने आने का फैसला रद्द कर दिया. प्रमिला ने बताया कि अब नर्स प्रधान सचिव से नहीं सीधे मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगी. अगर समस्या का निपटारा नहीं हुआ, तो सड़क पर उतरेंगी.