अगर आपको सगुना से शेखपुरा आना-जाना हो, तो जरा घर से थोड़ा पहले निकलें. हो सकता है, भीषण जाम का सामना करना पड़े और आप गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच पायें. जगदेव पथ से आशियाना के बीच चल रहे निर्माण कार्य, सड़क किनारे अतिक्रमण व ऑटोचालकों की मनमानी से हर दिन भीषण जाम लग रहा है. जगदेव पथ से शेखपुरा की दूरी मात्र दो किमी है. लेकिन, जाम के कारण इस दूरी को तय करने में 30-35 मिनट लग रहे हैं. अगर सड़क अतिक्रमणमुक्त हो और लोग 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी बाइक या गाड़ी से चलें, तो यह दूरी मात्र तीन मिनट में तय की जा सकती है.
पटना: जगदेव पथ से राजाबाजार के बीच ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है. इसके लिए सड़क के बीचों-बीच घेराबंदी की गयी है. लेकिन, फिर भी पूरब से पश्चिम की सड़क 40 फुट और पश्चिम से पूरब की सड़क 20 फुट चौड़ी बची है. लेकिन, पूरब से पश्चिम की सड़क पर 10-12 फुट और पश्चिम से पूरब की सड़क पर पांच से सात फुट अतिक्रमण है. सब्जी व फल दुकानदार वहां दुकानें सजाये हुए हैं.
सड़क की कम हुई चौड़ाई
इससे सड़क की चौड़ाई काफी कम हो गयी है और हर दिन जाम लग रहा है. स्कूल बसें, एंबुलेंस और आम लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है. आशियाना नगर के पास एक तरफ मछली दुकानदारों का कब्जा है, तो दूसरी तरफ चालक ऑटो बीच सड़क पर खड़े रहते हैं. इससे भी जाम लग रहा है.
धूल उड़ने से भी परेशानी
निर्माण कार्य और सड़क टूटी-फूटी होने के कारण धूल कण भी काफी उड़ रहे हैं. इससे गुजरनेवाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पूरा शरीर धूल से भर जा रहा है. प्रदूषण बोर्ड भी इस बात को मानता है कि जहां निर्माण कार्य होता है, वहां निलंबित धूल कण की मात्र औसत से काफी अधिक बढ़ जाती है और यह सांस लेने के दौरान लोगों के फेफड़े तक पहुंच जाती है. जाम के कारण ऑटो, बस व गाड़ियों के पेट्रोल-डीजल की बरबादी भी होती है. जाम में पड़ने पर भी गाड़ी का इंजन स्टार्ट रहता है और पेट्रोल-डीजल निकलते रहता है. इससे जो धुआं निकलता है, वह लोगों को परेशान करता है.